पीजीआई के निकट बसा रिहायशी क्षेत्र सरस्वतीपुरम , जो की जजेज लेन से शुरू होता है , वो आज अपनी बदहाली पर आँसू बहाता नज़र आ रहा है। वीवीआईपी माना जाने वाला यह क्षेत्र आज किस कदर मामूली बन के रह गया है वो तो आप यहाँ पहुँच कर ही अंदाजा लगा सकते हैं। इस क्षेत्र में कुल सात पार्को का निर्माण किया गया है, परन्तु उन पार्को तक पहुँचने के लिये जिस मार्ग का हम चुनाव करते हैं, उस मार्ग पर से गुजरना तो किसी चमत्कार से कम नही है। वर्षा ऋतु का आगमन भी हो चुका है पर किसी भी सम्बन्धित विभाग ने अभी तक सड़कों के रख रखाव पर ध्यान नही दिया । आवागमन जैसी समस्या से तो रोज़ ही दो चार होना पड़ रहा है सरस्वतीपुरम वासियों को । कितनी ही बार सम्बन्धित विभाग व मंत्रियों को मार्ग सम्बन्धित समस्याओं से अवगत कराया गया परन्तु समस्या का निवारण नही हो पाया । सरोजनीनगर नगर विधान सभा के अन्तर्गत आने वाला यह क्षेत्र आज उपेक्षा का शिकार हो रहा है। सरकार व शासन सभी से गुहार लगा चुके हैं सरस्वतीपुरम वासी ,पर अफसोस की सिर्फ निराशा ही हाथ लगी । बरसात के मौसम में मार्ग द्वारा आवागमन सम्बन्धी समस्या सरस्वतीपुरम वासियों के लिये एक जटिल समस्या के रुप में बरकरार है , जिसका अंत तो दूर दूर तक नहीँ दिखायी पड़ता , खास कर केशव पार्क के पास रहने वाले वासियों को तो बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
रविवार, 23 जुलाई 2017
सरस्वतीपुरम क्षेत्र की सड़कें हो रहीं बदहाली का शिकार ............
पीजीआई के निकट बसा रिहायशी क्षेत्र सरस्वतीपुरम , जो की जजेज लेन से शुरू होता है , वो आज अपनी बदहाली पर आँसू बहाता नज़र आ रहा है। वीवीआईपी माना जाने वाला यह क्षेत्र आज किस कदर मामूली बन के रह गया है वो तो आप यहाँ पहुँच कर ही अंदाजा लगा सकते हैं। इस क्षेत्र में कुल सात पार्को का निर्माण किया गया है, परन्तु उन पार्को तक पहुँचने के लिये जिस मार्ग का हम चुनाव करते हैं, उस मार्ग पर से गुजरना तो किसी चमत्कार से कम नही है। वर्षा ऋतु का आगमन भी हो चुका है पर किसी भी सम्बन्धित विभाग ने अभी तक सड़कों के रख रखाव पर ध्यान नही दिया । आवागमन जैसी समस्या से तो रोज़ ही दो चार होना पड़ रहा है सरस्वतीपुरम वासियों को । कितनी ही बार सम्बन्धित विभाग व मंत्रियों को मार्ग सम्बन्धित समस्याओं से अवगत कराया गया परन्तु समस्या का निवारण नही हो पाया । सरोजनीनगर नगर विधान सभा के अन्तर्गत आने वाला यह क्षेत्र आज उपेक्षा का शिकार हो रहा है। सरकार व शासन सभी से गुहार लगा चुके हैं सरस्वतीपुरम वासी ,पर अफसोस की सिर्फ निराशा ही हाथ लगी । बरसात के मौसम में मार्ग द्वारा आवागमन सम्बन्धी समस्या सरस्वतीपुरम वासियों के लिये एक जटिल समस्या के रुप में बरकरार है , जिसका अंत तो दूर दूर तक नहीँ दिखायी पड़ता , खास कर केशव पार्क के पास रहने वाले वासियों को तो बहुत ही दिक्कतों का सामना करना पड़ रहा है।
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