रविवार, 9 जुलाई 2017

गले अौर दिल का है रिश्ता .... थायरायड अौर दिल के परेशानी के बीच है सीधा रिश्ता

थायरायड अौर दिल के परेशानी के बीच है सीधा रिश्ता


टीएसएच हारमोन का स्तर बढने पर हो सकता है मेटाबोलिक सिंड्रेम




कुमार संजय। लखनऊ


थायरायड अौर दिल की बीमारी के बीच सीधा रिश्ता स्थापित करने में कामयाबी चिकित्सा वैज्ञानिकों ने हासिल की है। वैज्ञानिकों ने लंबे शोध के बात बताया है कि थायरायड फंक्शन में गडबडी होने पर दिल की बीमारी की आशंका बढ जाती है। वैज्ञानिकों ने इस बात को साबित करने के लिए मेटाबोलिक सिंड्रेम के शिकार यानि दिल की बीमारी की अाशंका वाले सौ अौर इतने ही सामान्य लोगों में थायरायड हारमोन प्रोफाइल अौर लिपिड प्रोफाइल की परीक्षण किया तो देखा कि थायरायड ग्रंथि से स्रावित होने वाले  टीएसएच (थायरायड स्टीमुलेटिंग हारमोन) का स्तर  3.33 के अास -पास था जबिक सामान्य लोगो में इस हारमोन का स्तर 2.30 के अास-पास मिला इससे साबित होता है मेटाबोलिक सिंड्रेम ग्रस्त लोगों में टीएचएच हारमोन का स्तर सामान्य लोगों के मुूकाबले बढ जाता है। इसी तरह देखा कि टी फोर हारमो का स्तर मेटाबोलिक सिंड्रेम के लोगों में कम हो जाता है जबकि टी थ्री का स्तर बढ जाता है। विशेषज्ञों ने देखा कि मेटाबोलिक सिंड्रेम के लोगों में गुड कोलेस्ट्राल (एचडीएल) का स्तर 41.28 के अास -पास था जबकि सामान्य लोगों में इसका स्तर 54 के अास पास था । यह कोलेस्ट्राल दिल को सुरक्षा प्रदान करता है। विशेषज्ञों ने देखा कि मेटाबोलिक सिंड्रोम ग्रस्त लोगों में एलडीएल कोलेस्ट्राल( बैड कोलेस्ट्राल) , ट्राइ ग्लिसराइड का स्तर सामान्य से अधिक था। विशेषज्ञों का कहना है कि थायरायड फंक्सन के गड़बडी वाले मरीजों में दिल की बीमारी की अाशंका का पता काफी पहले लगा कर उन्हें लाइफ स्टाइल में बदलाव करने की सलाह देकर  बचाया जा सकता है। 

किसने स्थापित किया रिश्ता
गले में स्थित थायरायड ग्रंथि की गडबडी अौर दिल की बीमारी की अाशंका के बीच रिश्ता किंग जार्ज मेडिकल विवि के डा. मनीष गुच, डा. एस रूंगचटा, डा. एस कुमार . डा.ए अग्रवाल अौर राम मनोहर लोहिया के डा. ए भट्टाचार्य , डा.एसएम रिजवी ने स्थापित किया। इनके शोध को बायोमेडिकल जर्नल ने स्वीकार किया है।  


क्या है मेटाबोलिक सिंड्रेम
ट्राइ ग्लिसराइड- 150 से अधिक
एचडीएल -40 ( पुरूष) अौर 50( महिला) से कम
रक्तदाब- 130-85 से अधिक
फास्टिंग शुगर- 100 से अधिक होने पर व्यक्ति दिल, उच्च रक्तचाप अौर डायबटीज के मुबाने पर होता है इस स्थित में लाइप स्टाइल बदल कर इन परेशानियों से मुक्ति पा सकता है। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें