सोमवार, 3 जुलाई 2017

साफ्ट ड्रिक पीने वाले 75 फीसदी फैटी लिवर डिजीज के शिकार

साफ्ट ड्रिक पीने वाले 75 फीसदी फैटी लिवर डिजीज के शिकार

500 मिली लीटर से अधिक साफ्ट ड्रिक पीते है तो हो सकते है लिवर डिजीज, डायबटीज अौर उच्च रक्तचाप के शिकार
कुमार संजय। लखनऊ

अमूमन माना जाता है शराब के कारण लिवर खराब होता है लेकिन विशेषज्ञों ने साबित किया है साफ्ट ड्रिक का अदिक सेवन भी लिवर की खराबी यहां तक कि सिरोसिस का भी कारण साबित हो सकता है। यह पहला शोध है जिसमें साबित किया गया है कि 6 महीने से अधिक 500 मिली लीटर( दो बोतल) साफ्ट ड्रिक पीने वाले लोगों 75 फीसदी लोगों में फैटी लिवर( नान एल्कोहलिक फैटी लिवर) डिजीज मिला। दो कम साफ्ट ड्रिक पीने वाले 16 फीसदी अौर एक से कम साफ्ट ड्रिक पीने वाले केवल चार फीसदी में फैटी लिवर मिला।  इस लिए साफ्ट ड्रिक से दूर रहने की सलाह शोध वैज्ञानिको ने दिया है। शोध वैज्ञानिकों ने दो बोतल कोल्ड ड्रिक पीने वाले लोगों में देखा कि वह मोटापे के शिकार थे ।  बीएमअाई( बाडी मास इंडेक्स) 26.87 किलोग्राम प्रति वर्ग मीटर था जबकि एक से कम साफ्ट ड्रिक पीने वाले लोगों का बीएमअाई 23.15 था। इसके अलावा दो अधिक साफ्ट  ड्रिक पीने वाले लोगों के कमर का घेरा 92 सेमी जबकि एक से कम पीने वाले लोगों के कमर का घेरा 88 सेमी था। विशेषज्ञों ने देखा कि दो अधिक कोल्ड ड्रिक पीने वाले 40 फीसदी लोग  मेटाबोविक सिड्रोम( डायबटीज, उच्च रक्तचाप की अाशंका) के शिकार थे। 
एेसे हुअा शोध
जर्नल अाफ एसोसिएशन अाफ इंडिया के शोध रिपोर्ट के मुताबिक इरा मेडिकल कालेज के शोध वैज्ञानिक डा. जेबा सिद्दकी, डा. रितू करोली, डा.जलीस फातिमा,डा. सचिन खंडूरी, डा. शिशिर वाष्णेय . डा. शारा सरीन सिद्दकी ने 242 लोगों पर शोध किया यह भी एमबीबीएस के छात्र थे। चालिस लोग दो अधिक साफ्ट ड्रिक रोज पीते थे। 97 लोग रोज एक साफ्ट ड्रिक पीते थे अौर 105 लोग एक से कम साफ्ट ड्रिक पीते थे। इन सभी के लिवर प्रोफाइल, लिपिड प्रोफाइल, बीएमअाई, रक्त दाब, रक्त में शुगर, इंसुलीन रसिसटेंट के परीक्षण के साथ लिवर की स्थिति जानने के लिए अल्ट्रासाउंड जांच किया गया। 

क्या है मेटाबोलिक सिंड्रेम
ट्राइ ग्लिसराइड- 150 से अधिक
एचडीएल -40 ( पुरूष) अौर 50( महिला) से कम
रक्तदाब- 130-85 से अधिक
फास्टिंग शुगर- 100 से अधिक होने पर व्यक्ति दिल, उच्च रक्तचाप अौर डायबटीज के मुबाने पर होता है इस स्थित में लाइप स्टाइल बदल कर इन परेशानियों से मुक्ति पा सकता है। 

साफ्ट ड्रिंक में होता अधिक कैलोरी

संजय गांधी पीजीआइ की पोषण विशेषज्ञा अर्चना के मुताबिक खास किस्म के भूरे वाले  में 10.6 ग्राम शुगर प्रति 100 मिली लीटर में होता है जबकि दूसरे खास किस्म में 6.6 ग्राम शुगर प्रति सौ मिलीलीटर में होता है इसमें कैलोरी अधिक होती है जिसके कारण मोटापा होता है। इसके फ्रूट जूस में 5 से 8 ग्राम शुगर प्रति 100 मिली लीचर होता है। 

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें