रविवार, 26 मार्च 2023

मल और पेशाब के रंग से मैच कर जान सकते है पीलिया का कारण

 





पीडियाट्रिक गैस्ट्रो विभाग का स्थापना दिवस

टेस्ट कार्ड घर बैठे जान सकेंगे नवजात में पीलिया का कारण


मल और पेशाब के रंग से मैच कर जान सकते है पीलिया का कारण


हर मां और नजदीकी डॉक्टर के पास पहुंचे कार्ड




संजय गांधी पीजीआई ने नियोनेटल कोलेस्टेसिस कार्ड बनाया है। इसके जरिए घर बैठे मल और पेशाब के रंग और कार्ड पर बने रंग के स्ट्रिप से मैच कर नवजात में पीलिया का कारण जान सकते हैं। इस कार्ड को बनाने वाले फादर ऑफ पीडियाट्रिक गैस्ट्रो एवं संस्थान के पिडियाट्रिक गैस्ट्रो विभाग के पूर्व प्रमुख प्रो.एसके याचा ने बताया कि इस कार्ड को विश्व स्तर पर मान्यता मिल चुकी है। यह कार्ड सभी नजदीकी बाल रोग विशेषज्ञ के पास होना चाहिए जिससे पीलिया के कारण का तुरंत पता कर इसका सही इलाज संभव हो। प्रो. याचा संस्थान के पीडियाट्रिक विभाग के स्थापना दिवस पर व्याख्यान देने संस्थान आए हुए थे। प्रो. याचा ने इसी विषय पर व्याख्यान दिया। नवजात में पीलिया जन्म के पांच या 6 दिन बात होता है तो कारण का तुरंत पता करना चाहिए। असामान्य कारणों में  40 फीसदी में बाइल डक्ट में रुकावट और 60 फीसदी में लिवर में कमी  कारण हो सकता है।   बाइल डक्ट में रुकावट का इलाज तीन महीने के अंदर न होने पर लिवर फेल्योर हो सकता है।  लिवर में परेशानी का इलाज भी जल्दी होना चाहिए। इलाज के कई विकल्प है। देखा गया है कि 60 फीसदी से अधिक लोग काफी देरी में इलाज के लिए आते हैं। पीलिया का कारण जल्दी पता लगे और इलाज हो इसमें यह कार्ड काफी कारगर है। इस कार्ड में बने रंग  स्ट्रिप  और मल , मूत्र के रंग से मैच कर बताया जा सकता है कि पीलिया बाइल डक्ट में रुकावट या लिवर में खराबी के कारण है। सामान्य पीलिया तो भी पता लग जाता है।

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