सोमवार, 13 मार्च 2023

-सेप्सिस( संक्रमण) रक्तस्राव गर्भवती की किडनी को कर सकता है खराब- 41.9 फीसदी गर्भवती में संक्रमण बना किडनी इंजरी का कारण

 

गर्भावस्था के दौरान सावधानी से बच सकती है किडनी इंजरी   

 -सेप्सिस और रक्तस्राव गर्भवती की किडनी को कर सकता है खराब

-41.9 फीसदी किडनी इंजरी कारण सेप्सिस

कुमार संजय। लखनऊ

गर्भावस्था के पहले तीन महीने और प्रसव के बाद किडनी पर खतरा हो सकता है। इसे एक्यूट किडनी इंजरी कहते है। किडनी इंजरी की आशंका को थोडे से एहतियात से रोका जा सकता है। चिकित्सा विज्ञानियों ने किडनी इंजरी का कारण जानने के कई शोध पत्रों के अध्ययन करने के बाद बताया है कि सेप्सिस( संक्रमण), उच्च रक्तचाप, प्रसव के दौरान अधिक रक्तस्राव मुख्य कारण है। विज्ञानियों देश के  सात शोध पत्रों का अध्ययन किया जिसमें किडनी इंजरी के शिकार 477 महिलाओं को शामिल किया । देखा कि लगभग 41.9 फीसदी महिलाओं में सेप्सिस , 22.1 फीसदी महिलाओं में प्रसव के दौरान अधिक रक्तस्राव, 20.9 फीसदी गर्भावस्था के कारण उच्च रक्तचाप कारण साबित हुआ। बाकी में अन्य कारण है।  किंग जॉर्ज मेडिकल विवि के मेडिसिन विभाग की डा. माधवी गौतम, ,क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग की डा.सुलेखा सक्सेना   डा. साई सरन   डा. अमीन अहमद गायनकोलॉजी विभाग की डा.  अमिता पाण्डे. एसजीपीजीआई के बायोस्टेटिक्स विभाग के डा. प्रभाकर मिश्रा  क्रिटिकल केयर मेडिसिन विभाग के  डा. अफजल अजीम के रिब्यू शोध को इंडियन जर्नल पर क्रिटिकल केयर मेडिसिन ने स्वीकार किया है।  

 

 

वर्जन................

गर्भावस्था के दौरान किडनी पर काम का भार बढ़( ग्लूमर फिल्टरेशन) 50 फीसदी बढ़  जाता है। इससे सीरम क्रिएटिनिन का स्तर पर 50 फीसदी कम हो जाता है। स्तर कम होने के कारण किडनी इंजरी होने के बाद भी नहीं लगता है। सीरम क्रिएटिनिन सामान्य तो भी किडनी इंजरी हो सकता है। 24 घंटे के मूत्र में प्रोटीन का स्तर 150 से 200 ग्राम गर्भावस्था के दौरान अमूमन होता है लेकिन यह 300 ग्राम से अधिक है तो एलर्ट होने की जरूरत है... प्रो. दुर्गेश पुष्कर गुर्दा रोग विशेषज्ञ किंग जार्ज मेडिकल विवि   

वर्जन...................

असुरक्षित प्रसव,  गर्भपात सेप्सिस और रक्तस्राव का  बड़ा कारण है।  रक्तचाप पर नजर रख कर दवा से प्रेगनेंसी के कारण होने वाले रक्तचाप से बचा जा सकता है। गिरने पर डॉक्टर से सलाह लें । कई बार इस कारण रक्त स्राव हो सकता है।    बिना डाक्टर के सलाह के कोई भी दवा न लें । दो से पांच फीसदी महिलाओं में गर्भावस्था के दौरान किडनी इंजरी होती है। इलाज में देरी पर मां को खतरा भी हो सकता है—प्रो. इंदु लता साहू स्त्री रोग विशेषज्ञ एमआरएच एसजीपीजीआई

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें