बुधवार, 15 मार्च 2023

सोसाइटी ऑफ मिडवाइफ एवं नर्सिंग कॉलेज का अधिवेशन

 

सीजेरियन प्रसव की बढ़ती संख्‍या चिंता का विषय, नॉर्मल डिलीवरी को बढ़ावा देने की कवायद




-संजय गांधी पीजीआई में तीन दिवसीय सम्‍मेलन का आयोजन 17 मार्च से


-सोसाइटी ऑफ मिडवाइफ एवं नर्सिंग कॉलेज के संयुक्‍त तत्‍वावधान में आयोजित हो रहा सम्‍मेलन





लखनऊ। प्रसव प्रक्रिया में मिडवाइफ के महत्वपूर्ण योगदान के मद्देनजर मां और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने के लिए “मिडवाइफ को पुनः लाना” विषय पर तीन दिवसीय सम्मेलन का आयोजन सोसाइटी ऑफ मिडवाइफ एवं नर्सिंग कॉलेज संजय गांधी स्नातकोत्तर चिकित्सा संस्थान लखनऊ के संयुक्त तत्वावधान में 17 मार्च से 19 मार्च तक आयोजित किया जायेगा।


यह जानकारी देते हुए संस्‍थान द्वारा जारी विज्ञप्ति में बताया गया है कि इस सम्मेलन में देश भर से नर्सिज एवं मिडवाइफ प्रतिभाग कर रही हैं एवं अब तक चार सौ (400) से अधिक नर्सेज एवं मिडवाइफ ने प्रतिभाग के लिए अपना रजिस्ट्रेशन भी करवा लिया है। सम्मेलन का आयोजन श्रुति ऑडिटोरियम, संजय गांधी स्नातकोत्तर चिकित्सा संस्थान लखनऊ में होगा।विज्ञप्ति में कहा गया है कि प्रसव प्रक्रिया एक महिला के लिए जीवन का अत्यंत महत्वपूर्ण समय होता है जो कि महिला के मातृत्व जीवन को खुशहाल बनाता है। सही समय पर चिकित्सकीय परामर्श और स्वास्थ्य सुविधाएं नहीं मिलने के कारण देश में हर वर्ष लाखों महिलाओं एवं नवजात शिशुओं की गर्भावस्था एवं प्रसव प्रक्रिया में मृत्यु हो जाती है।


गर्भावस्था के दौरान नियमित व उचित चिकित्सीय परामर्श न मिलने के कारण कई बार महिलाओं को आकस्मिक परिस्थितियों में जटिल ऑपरेशन प्रक्रिया से भी गुजरना होता है। इसके अतिरिक्त महंगे ऑपरेशन लाखों परिवारों की आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित करते हैं। 



आधुनिक जीवन शैली भी ऑपरेशन प्रक्रिया से प्रसव के चलन को बढ़ावा दे रही है। 12 से 24 घंटे की प्रसव पीड़ा असहनीय होती है, जिस कारण ऑपरेशन से होने वाले प्रसव पिछले दो दशक में बढ़ गये हैं जो कि  चिन्ताजनक विषय है।


इन सभी शल्य क्रिया से होने वाले प्रसव से भविष्य में होने वाले दुष्परिणामों को बचाने तथा सामान्य प्रसव क्रिया को प्रोत्साहन देने में महिला स्वास्थ्य कार्यकर्ताओं एवं नर्सेज का बहुत महत्वपूर्ण योगदान होता है, क्योकि मिडवाइफ एवं नर्सेज आज देश के सबसे पिछड़े क्षेत्र से लेकर सबसे विकसित महानगरों में सामान्य प्रसव कराकर मां एवं शिशु को उत्तम स्वास्थ्य प्रदान करने में सहयोग कर रही हैं।



सम्मेलन के उद्घाटन सत्र में मुख्य अतिथि उत्तर प्रदेश के उपमुख्यमंत्री एवं स्वास्थ्य एवं चिकित्सा शिक्षा मंत्री ब्रजेश पाठक होंगे। इसके अतिरिक्त अतिथियों में डा० आलोक कुमार (सचिव, रजिस्ट्रार, उत्तर प्रदेश स्टेट मेडिकल फैकल्टी, लखनऊ) व  प्रो आर के धीमन (निदेशक, SGPGIMS, लखनऊ) होंगे।


मुख्य अतिथियों का स्वागत डा० प्रकाशम्मा ( ANSWERS, हैदराबाद), मिताली (अध्यक्ष सोसाइटी ऑफ मिडवाइफ), डा० राधा के ( प्राचार्य नर्सिंग कालेज SGPGIMS. लखनऊ) शबाना खातून एवं डॉ गीता परवन्दा के द्वारा किया जायेगा।


तीन दिवसीय सम्मेलन में राष्ट्रीय एवं अंतराष्ट्रीय स्तर के शोध पत्र प्रस्तुत किये जायेंगे। सम्मेलन में मिडवाइफ के उत्कृष्ट अभ्यास को भी प्रस्तुत किया जायेगा जिससे प्रतिभागी नई पद्धतियों के बारे में जान सकेंगे। सम्मेलन में देश के विभिन राज्यों से मिडवाइफ एजूकेटर और मिडवाइफ प्रैक्टीशनर अपने कौशल के बारे मे बतायेंगे और प्रदर्शित करेंगे।


सम्मेलन में पहले दिन “सामान्य प्रसव अभियान” का भी शुभारम्भ होगा जो कि शाम 5 से 6 बजे होगा। इसका मुख्य उद्देश्य उत्तर प्रदेश राज्य की किशोरियों को सामान्य प्रसव प्रक्रिया के बारे मे आवश्यक जानकारी प्रदान कर उन्हें जागरूक करना है

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