मिडवाइफ की देखरेख में रह कर सिजेरियन से हो सकता है बचाव
हाई रिस्क प्रेगनेंसी में सिजेरियन की जरूरत
सोसाइटी ऑफ मिडवाइफ के वार्षिक अधिवेशन का आयोजन संजय गांधी पीजीआई में हुआ। उद्घाटन उप मुख्यमंत्री ब्रजेश पाठक ने करते हुए कहा कि मिडवाइफ एवं नर्सेज के देख-रेख में रह कर सिजेरियन टाला जा सकता है। इसके लिए गर्भावस्था के दौरान एंटी नेटल केयर हर तीन महीने में होना चाहिए। हम लोगों के जमाने में सामान्य प्रसव काफी कामन था। हम सभी सामान्य प्रसव से पैदा हुए। आज ऑपरेशन सामान्य हो गया है। अधिवेशन की आयोजक मंडल में शामिल नर्सिंग कालेज की प्रो. शबाना खातून ने बताया कि आज 50 से 60 फीसदी प्रसव ऑपरेशन से हो रहे है इसको 20 फीसदी तक लाया जा सकता है। मिडवाइफ और नर्सेज पेल्विक रीजन को मजबूत करने के लिए कई तरह की कसरत बताती है। इसके अलावा किसमें ऑपरेशन की जरूरत है, अंदाजा लगा लेती है। ऑपरेशन के कारण परिवारों की आर्थिक स्थिति को भी प्रभावित करते हैं। आधुनिक जीवन शैली भी ऑपरेशन प्रक्रिया से प्रसव के चलन को बढ़ावा दे रही है। सामान्य 8 से 12 घंटे की प्रसव पीड़ा लेकिन प्रसव के बाद तीन दिन सब सामान्य हो जाता है। ऑपरेशन में कई दिन तक जटिलता रहती है। कई राज्य में तो मिडवाइफ और नर्सेज प्रसव तक करा रहा है। इससे डॉक्टर पर भार कम हो रहा है। हाई रिस्क प्रेगनेंसी में सिजेरियन की जरूरत होती है।
"माँ" और बच्चे के स्वास्थ्य के लिए सामान्य प्रसव को बढ़ावा देने हेतु "मिडवाइफ को पुनः लाना" अधिवेशन का उद्देश्य है। देश भर से नर्सेज एवं मिडवाइफ प्रतिभाग कर रही है एवं अब तक चार सौ से अधिक भाग ले रही है। उद्घाटन समारोह में निदेशक प्रो. आर के धीमन, हैदराबाद से डा० प्रकाशम्मा अध्यक्ष सोसाइटी ऑफ मिडवाइफ मिताली, डा० राधा के सहित अन्य लोग शामिल हुए।
बर्थिंग बाल व्यायाम से टल सकता है सिजेरियन
गर्भावस्था के दौरान बर्थिंग बॉल का उपयोग करने से पेल्विस, कमर और पैरों की मांसपेशियों को मजबूत करने में मदद मिलती है। इस एक्सरसाइज करने से बच्चे के जन्म के दौरान काफी मदद मिल सकती है।
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