मंगलवार, 8 अगस्त 2017

अब पीजीआइ में नहीं चलेगी काम चोरी

अब पीजीआइ में नहीं चलेगी काम चोरी 

प्रो.एके शुक्ला के अध्यक्षता में बनी चार सदस्यी कमेटी




अब संजय गांधी पीजीआइ में कामचोरी नहीं चलेगी। पचास साल की अायु पूरी कर चके या इससे कम अायु के कामचोरो का पता लगा कर अनिवार्य सेवा निवृत्ति देने के लिए संस्थान प्रशासन ने चार सदस्यों वाली समिति का घयन किया है । समिति के अध्यक्ष न्यूक्लियर मेडिसिन विभाग के प्रो.एके शुक्ला है। इनके अलावा मुख्य चिकित्सा अधीक्षख , संयुक्त निदेशक प्रशासन, वित्त अधिकारी अौर मेडिकल बोर्ड के अध्यक्ष इसके सदस्य होंगे। संस्थान प्रशासन का कहना है कि संस्थान के शासी निकास के 77 वीं बैठक  में अनिवार्य सेवानिवृत्ति का नियम पास हो चुका है। इस नियम के तहत शिकायत मिलने पर नियुक्ती प्राधिकारी के सामने समिति अनिवार्य सेवा निवृत्ति  के लिए संस्तुति स्क्रीनिंग के बाद  प्रस्तुत करेगी । समिति जिसके नाम की संस्तुति करेगी उस पर निदेशक निर्णय लेंग क्योंकि समूह ख, ग और घ के नियुक्ति प्राधिकारी निदेशक होते हैं। संस्थान प्रशासन का कहना है कि अनिवार्य सेवा निवृत्ति के लिए केवल तीन माह की नोटिस दे कर सेवा से हटाया जा सकता है। एेसे कर्मचारी की विशेष निगरानी होगी जिनके बारे में विभाग के प्रमुख अनुमोदन करते हैं। अनुमोदन के पहले विभाग के अध्यक्ष को सभी प्रक्रिया अपनानी होगी।समिति कम से कम दो बार बैठक कर स्थिति पर नजर रखेंगी।  

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