बुधवार, 2 अगस्त 2017

पीजीआइ में सीएम कहा कि पीजीआइ को बढाने में मदद करें अधिकारी

मुख्यमंत्री ने देखा पीजीआइ का हाल

स्वाइन फ्लू के इलाज के लिए भर्ती यूपीपीसीएल के निदेशक के परिजनों से किया मुलाकात

12 बेड का स्वाइन फ्लू अाईसोलेशन वार्ड का बारे नें ली जानकारी



मुख्यमंत्री योगी अादित्य नाथ संजय गांधी पीजीआइ निदेशक के बुलावे पर बुधवार को सुूबह 10.30 संस्थान पहुंचे। निदेशक प्रो.राकेश कपूर अौर अपर मुख्य सचिव अनीता भटनागर जैन ने उनका स्वागत किया। सबसे पहले  नए 12 बेड का बनने वाले स्वाइन फ्लू वार्ड के बारे में जानकारी दी इसके बारे में बताया कि इसे अाइसोलेशन वार्ड के रूप में तैयार किया जा रहा है जिससे अस्पताल में संक्रमण के फैलाव की अाशंका कम होगी। इसके बाद वह स्वाइन फ्लू वार्ड में गए जहां पर यूपीपीसीएल के निदेशक एसपी पाण्डेय के परिजनों से उनके बारे में जानकारी लिया। यह चार दिन पहले गंभीर हालत में पीजीआइ लाए गए थे । सोमवार को उन्हें वेंटीलेटर से हटा लिया गया था उनकी हालत में तेजी से सुधार हो रहा है। इसके बाद वह अोटी, क्रिटकल केयर मेडिसिन, न्यूरो सर्जरी अासीयू , डायलसिस यूनिट, इमरजेंसी वार्ड के अलावा ऩ्यू अोपीडी का जायजा लिया। मुख्यमंत्री संस्थान के काम के प्रति संतोष जाहिर किया। अधिकारियों को कहा कि वह संस्थान के हित के लिए हर स्तर पर मदद करें। 
मुख्य़मंत्री ने निदेशक से कहा कि वह कितने बेड बिस्तार कर सकते है तो निदेशक ने कहा कि वह पांच सौ बेड के विस्तार को पहले से काम कर रहे है जिसमें एक्सीलेंस सेंटर फार इमरजेंसी मेडिसिन में 210 बेड शामिल है। इसके लिए संसाधन मिलते ही काम शुरू हो जाएगा।  निदेशक ने बताया कि पहले से लगभग एक हजार बेड संचालित है। विभागों को देखने के बाद सीएम निदेशक के कैंप कार्यालय में बैठे अौर संस्थान के गतिविधियों पर बनी काफी टेबिल बुक को ध्यान पढा। संस्थान के बारे में कई चर्चा की। सीएम के साथ कमरे में न्यूरो लाजी विभाग के प्रमुख प्रो. सुनील प्रधान, इंडोक्राइनोलाजी के प्रो.सुशील गुप्ता, किडनी रोग विशेषज्ञ प्रो.नरायान प्रसाद, ब्लड बैंक के प्रो. प्रशांत अग्रवाल , अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रो.राजेश हर्ष वर्धन सहित डीएम कौशल राज शर्मा , एसएसपी दीपक कुमार सहित तमाम अधिकारी मौजूद थे। 

स्वाइन फ्लू के लिए तैयारी - टंडन 
चिकित्सा शिक्षा मंत्री अाशुतोष टंडन भी मुख्यमंत्री के साथ पहुंचे कहा कि स्वाइन फ्लू से बचवा अौर इलाज के हर स्तर पर लगी है । जिला स्तर पर विशेष व्यवस्था की तैयारी की जा रही है। मेडिकल विवि में भी पीजीआइ की तरह विशेष वार्ड बनाने के निर्देश दिए गए है। पूर्वाचल में जेइ अौर एईएस के मामले कम हुए है लेकिन बचाव के लिए  अभी काम करने की जरूरत है। कहा कि पीजीआइ में लोड अधिक है जिसके कारण कई बार मरीजों को बेड नहीं मिल पाता है । इसके लिए सरकार गंभीर है। उच्च स्तर के अधिकारियों के साथ बैठक कर कैसे लोड कम किया अौर विस्तार किया जाए इसके बारे में योजना बनेगी।    

किडनी ट्रांसप्लांट में मरीज से पूछा हाल

शनिवार को किडनी ट्रांसप्लांट के बाद संस्थान के केटीयू में भर्ती पीलीभीत की रहने वाले 28 वर्षीय सविता राठौर से सीएम ने हाल पूछा। सीएम केटीयू में अंदर गए थे । सविता  को उनके पति ने किडनी दी है। वहां भर्ती अौर मरीजों के बारे में जानकारी ली । वेटिंग कैसे कम हो सकती है इसके बारे में निदेशक से पूछा । पीजीआइ में विदेश से भी लोग किडनी ट्रांसप्लांट कराने अा रहे है। कई प्रदेश के मरीज यहां ट्रांसप्लांट के लिए अा रहे है जिसके कारण वेटिंग बढ रही है।  


कम होगी दिल की सर्जरी की वेटिंग    


दिल की सर्जरी की वेटिंग कम करने के लिए सीवीटीएस अाईसीयू में अाठ बेड बढाने की योजना है। बीएमटी यूनिट में अभी अाठ बेड है जिसे बिभाग के यूनिट में स्थांतरित किया जा रहा है। यहां अाठ बेड खाली होने के बाद इसे सीवीटीएस अाईसीयू मे बदल दिया जाएगा जिससे विभाग के 16 बेड हो जाएंगे। फिलहाल विभाग में एक साल तक की वेटिंग है। 

जय श्रीराम से गूंजा पीजीआइ


मुख्यमंत्री जैसे ही अस्पताल के मुख्य प्रवेश द्वार से अंदर पहुंचे वहां मौजूद मरीजों अौर तीमारदारों ने जय श्री राम का नारा लगाया लगातार नारा लगातार जारी रहा। सीएम जहां -जहां गए वहां नारा लोग लगाते रहे। सीएम ने लोगों का अभिवादन भी किया। 


मायूस हुए मरीज अौर कर्मचारी नेता

सीएम के अाने की जानकारी लगते है कई तीमार , मरीज अौर कर्मचारी नेता ज्ञापन देने के लिए या अपनी कहने के लिए लगे लेकिन सुरक्षा गार्ड को अागे उनकी नहीं चली किसी को भी सीएम को ज्ञापन नहीं देने दिया गया। कई तीमरादार पत्र लिखते ही रह गए।  कर्मचारी नेताअों का  ज्ञापन डीएम ने ले लिया कहा कि पहुंचा दिया जाएगा लेकिन सीएम से रूबरू नहीं होने दिया। कर्मचारी नेता संस्थान प्रशासन पर तानाशाही का अारोप लगाया।  

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