पीजीआइ अतिरिक्त निदेशक को दिया महासंघ ने ज्ञापन
महासंघ क्रमिक अांदोलन के लिए तैयार
पीजीआइ के 22सौ कर्मचारीयों पर नहीं मिला सतवां वेतन अायोग
जागरणसंवाददाता। लखनऊ
कर्मचारी महासंघ पीजीअाई और (इंटक महिला) की जिला अध्यक्ष सावित्री सिंह एवं कार्यकारी अध्यक्ष एवं नर्सेज स्टाफ एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा शुक्ला और संयोजक मदन मुरारी सिंह ने नव नियुक्त अतिरिक्त निदेशक जयंत नारलेकर ने मुलाकत कर सतवें वेतन अायोग की रिपोर्ट लागू करने के संबंध में ज्ञापन दिया। कहा कि केंद्रीय अौर राज्य कर्मचारियों के लिए सतवें वेतन अायोग की रिपोर्ट लागू हो चुकी है लेकिन संस्थान 22 सौ कर्मचारियों के लिए रिपोर्ट नहीं लागू की गयी। प्रतिनिध मंडल में महासंघ के महामंत्री एसपी यादव, वरिष्ठ उपाध्यक्ष अफसर वेग, दीप चंद, श्वेता दीक्षित, कौशलेंद्र चौरसिया, संयुक्त मंत्री वीके त्रिपाठी, प्रदीप राणा कोषाध्यक्ष दिलीप सिंह, सलाहकार अजय कुमार सिंह, एसपी राय सहित अन्य लोगों ने अतिरिक्त निदेशक का स्वागत करते हुए कहा कि पहली बार पूर्ण कालिक अतिरिक्त निदेशक की तैनाती हुई इस लिए संस्थान के तामम रूके हुए कार्य पूरा होना संभव हुअा है। प्रतिनिध मंडल ने संस्थान को केंद्र के अधीन करने के लिए सहयोग मांगा कहा कि अतिरिक्त निदेशक मोहदय अपने स्तर से इसके लिए प्रयास करें। दूसरी तरफ पीजीआइ कर्मचारी महासंघ के वरिष्ठ उपाध्यक्ष धर्मेश कुमार ने बताया कि हम लोगों ने भी अतिरिक्त निदेशक को ज्ञापन दिया है। हम लोग काला फीता बांध कर काम करना शुरू की योजना बना चुके है।
पूर्व प्रधानमंत्री अटल बिहारी पीजीआइ को केंद्र के अधीन लेने को थे तैयार
सावित्री सिंह अौर सीमा शुक्ला ने कहा कि संस्थान को केंद्र के अधीन लेने का प्रस्ताव केंद्र में तत्कालीन प्रधान मंत्री अटल बिहारी बाजपेयी ने सहमति जतायी थी जिस पर तत्कालीन मुख्य मंत्री मायावती सहमति दे चुकी थी लेकिन इसी बीच राज्य में सरकार बदलने के कारण संस्थान केंद्र के अधीन नहीं जा पाया। इस समय दोनों सरकार एक ही पार्टी की है इस लिए संस्थान केंद्र के अधीन जा सकता है। संस्थान देश का विशिष्ट संस्थान है इस लिए इसे नेशनल इंपार्टेेश का दर्जा मिलना चाहिए।
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