सिर और गर्दन के कैंसर से पीड़ित रोगियों की संख्या लगभग 30 से 40 प्रतिशत
मल्टी स्पेशलिटी की कैंसर के इलाज में जरूरत
संजय गांधी पीजीआई के हेड एंड नेक सर्जरी विभाग ने 28 जुलाई को वर्ल्ड हेड एंड नेक कैंसर दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम और सीएमई का आयोजन किया। विभागाध्यक्ष प्रो अमित केसरी के नेतृत्व में आयोजित इस कार्यक्रम में सिर और गर्दन के कैंसर सहायता समूह की भी शुरुआत की गई, जिसका उद्देश्य मरीजों को विशेषज्ञों और अन्य रोगियों से जोड़ना है।
मुख्य अतिथि संस्थान के निदेशक प्रो. आर.के. धीमन ने बताया कि भारत में कैंसर के कुल मामलों में 30 से 40 प्रतिशत सिर और गर्दन के कैंसर होते हैं। उन्होंने कहा कि ऐसे मरीजों के इलाज में बहु-विषयक टीम दृष्टिकोण अपनाना जरूरी है, जिसमें सर्जन, प्लास्टिक सर्जन, रेडिएशन ऑन्कोलॉजिस्ट, मेडिकल ऑन्कोलॉजिस्ट, पैथोलॉजिस्ट और पैलिएटिव केयर विशेषज्ञ शामिल हों।
इस अवसर पर संस्थान के डीन प्रो. शालीन कुमार, मुख्य चिकित्सा अधीक्षक डॉ. देवेंद्र गुप्ता और रेडियोथेरेपी विभागाध्यक्ष डॉ. पुनीता लाल भी मौजूद रहीं। डॉ. नाजरीन हमीद ने तंबाकू, गुटखा और पान मसाला जैसे प्रमुख जोखिम कारकों और स्क्रीनिंग के महत्व पर प्रकाश डाला। डॉ. रुद्र प्रकाश ने मुख कैंसर के शुरुआती प्रबंधन, डॉ. अमित रस्तोगी ने एनेस्थीसिया संबंधी चिंताओं और डॉ. अंकुर ने जटिल पुनर्निर्माण पर व्याख्यान दिया। डॉ. मनोज जैन ने हिस्टोपैथोलॉजी की भूमिका और डॉ. संजय धीराज ने दर्द प्रबंधन पर बात की। कार्यक्रम का संचालन डॉ. इंदु शुक्ला ने किया और सभी का आभार जताया।

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