शुक्रवार, 1 अगस्त 2025

सीबीएमआर में 35 लोगों ने ली अंगदान की प्रतिज्ञा

 



सीबीएमआर में  35 लोगों ने ली अंगदान की प्रतिज्ञा



 "मन की बात" से प्रेरित होकर सीबीएमआर ने मनाया 15वां भारतीय अंगदान दिवस



सेण्टर ऑफ बायोमेडिकल रिसर्च (सीबीएमआर), लखनऊ में 15वें भारतीय अंगदान दिवस के अवसर पर “अंगदान जीवन संजीवनी अभियान” के अंतर्गत एक विशेष व्याख्यान का आयोजन किया गया। यह कार्यक्रम प्रधानमंत्री के "मन की बात" कार्यक्रम से प्रेरित होकर स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण मंत्रालय और उत्तर प्रदेश सरकार के चिकित्सा शिक्षा विभाग के सहयोग से आयोजित किया गया। अध्यक्षता प्रोफेसर आलोक धावन, निदेशक सीबीएमआर ने की।


मुख्य वक्ता प्रोफेसर डॉक्टर नारायण प्रसाद, विभागाध्यक्ष, नेफ्रोलॉजी विभाग, संजय गांधी पीजीआई, लखनऊ रहे। उन्होंने विषय "ऑर्गन डोनेशन: नीड ऑफ द ऑवर" पर विस्तार से जानकारी दी। उन्होंने बताया कि हर साल लाखों मरीज अंगों की अनुपलब्धता के कारण जान गंवा देते हैं। खासकर एंड स्टेज किडनी डिज़ीज़ वाले मरीजों को समय पर ट्रांसप्लांट नहीं मिलने पर उनकी औसत आयु केवल 4–5 वर्ष रह जाती है।


उन्होंने आंकड़े साझा करते हुए बताया कि वर्ष 2024 तक भारत में 1130 मृतक अंगदाता और 3152 अंग प्रत्यारोपण दर्ज किए गए, जिससे भारत 94 देशों में 68वें स्थान पर है। नॉट्टो के तहत पंजीकृत कुल केंद्र 941 हैं, जिनमें 688 ट्रांसप्लांट सेंटर हैं। उत्तर प्रदेश इस सूची में सातवें स्थान पर है।


उन्होंने बताया कि भारत सरकार ने “वन नेशन, वन पॉलिसी” लागू की है, जिससे सभी आयु वर्ग के नागरिक बिना शुल्क के पंजीकरण कर सकते हैं। नॉट्टो डॉट एबीडीएम डॉट गॉव डॉट इन पोर्टल पर अब तक 2.16 लाख से अधिक लोगों ने अंगदान की डिजिटल प्रतिज्ञा ली है।


कार्यक्रम में 35 प्रतिभागियों ने प्रतिज्ञा कर इस नेक पहल को समर्थन दिया। प्रोफेसर नारायण प्रसाद ने "डोनेट ऑर्गन्स, सेव लाइव्स" का संदेश देकर व्याख्यान का समापन किया। निदेशक प्रो. धावन ने पूरे वर्ष इस प्रकार के जागरूकता अभियान जारी रखने की बात कही।

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