हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म पर फरहान बोला- मैंने 'सवाब' का काम किया है
भोपाल में 1992 के अजमेर जैसे कांड को अंजाम देने वाले मुस्लिम युवक जिहादी मानसिकता से हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म कर रहे थे। वे इसे इस्लामिक कट्टरता के नजरिए से सवाब यानी पुण्य का काम मानते थे। चौंकाने वाला यह रहस्योघाटन खुद मुस्लिम युवकों के इस संगठित गिरोह के सरगना माने जा रहे फरहान खान ने पुलिस की पूछताछ में किया है। फरहान ने कहा है कि मैंने हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म करके सवाब का काम किया है। उसके और उसके गिरोह के साथियों का लक्ष्य अधिक से अधिक हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म कर उनका जीवन बर्बाद करना था। इसे वे इस्लाम के नजरिए से सवाब का काम मानकर अंजाम दे रहे थे, इसलिए उन्हें इसका कोई पछतावा नहीं है, बल्कि गर्व है। भोपाल पुलिस ने फरहान को रिमांड पर लिया था। पुलिस के अनुसार, फरहान ने बताया कि वह कई वर्षों से हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म किया। भोपाल में हिंदू लड़कियों से दुष्कर्म के आरोपित साद, अवरार, अली और नवील है। इसके लिए उसने हमउम्र कई मुस्लिम युवकों का नेटवर्क तैयार किया। इस गिरोह में शामिल सभी युवक जहां मौका लगता, वहां हिंदू लड़कियों को प्रेम के झांसे में फंसाते। इसके लिए हिंदू नाम का इस्तेमाल करते और हाथ में कलावा भी बांध लिया करते थे। हिंदू लड़कियों से दोस्ती के बहाने विश्वास जमाते, फिर अकेले में मिलने के दौरान दुष्कर्म करते और वीडियो बना लेते थे, फिर इन वीडियो के जरिये उन्हें धमकाकर दूसरे मुस्लिम लड़कों से शारीरिक संबंध बनाने के लिए विवश करते थे। जबरन मांस खिलाने और इस्लाम स्वीकारने के लिए मजबूर करते थे।
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