एसजीपीजीआई लखनऊ में विश्व उच्च रक्तचाप दिवस पर जागरूकता कार्यक्रम आयोजित
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई), लखनऊ में विश्व उच्च रक्तचाप दिवस के अवसर पर एक जागरूकता कार्यक्रम आयोजित किया गया। कार्यक्रम की थीम थी—"उच्च रक्तचाप आपके दरवाजे पर दस्तक दे सकता है, लेकिन यह आपकी पसंद है कि आप इसे अंदर आने दें या नहीं।"
यह आयोजन अस्पताल प्रशासन, कार्डियोलॉजी और सामान्य अस्पताल विभागों के संयुक्त प्रयास से हुआ। मुख्य अतिथियों में प्रो. देवेंद्र गुप्ता (सीएमएस), डॉ. आदित्य कपूर (कार्डियोलॉजी विभागाध्यक्ष), डॉ. पियाली भट्टाचार्य, डॉ. अंकित साहू और डॉ. सौरभ सिंह अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रोफेसर राजेश हर्षवर्धन रहे।
कार्डियोलॉजी की सहायक प्रोफेसर डॉ. अर्पिता कठेरिया ने "उच्च रक्तचाप को समझना: साइलेंट किलर" विषय पर व्याख्यान दिया, जिसमें इसकी गंभीरता, लक्षणहीनता और नियंत्रण के उपायों पर जानकारी दी गई।
बताया कि लगातार बीपी बढ़े होने पर किडनी खराब हो सकती है ब्रेन स्ट्रोक हो सकता है और हार्ट अटैक भी पड़ सकता है
कार्यक्रम के अंत में एक प्रश्नोत्तरी भी आयोजित की गई जिसमें डॉ. अक्षिता, वैष्णवी, कृतिका और अनमोल ने भाग लिया। इसे मोबाइल क्यूआर कोड के माध्यम से इंटरैक्टिव रूप में प्रस्तुत किया गया।
विश्व स्तर पर 12800लाख से अधिक वयस्क उच्च रक्तचाप से पीड़ित हैं, जिनमें से 50 फीसदी को इसकी जानकारी नहीं होती। भारत में हर तीसरा वयस्क इसका शिकार है। डॉ. प्रेरणा कपूर ने नियमित जांच और समय पर इलाज की आवश्यकता पर बल दिया।
कार्यक्रम में युवाओं में बढ़ते तनाव, खराब जीवनशैली और उनके स्वास्थ्य पर प्रभाव पर भी चिंता व्यक्त की गई।
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