सोमवार, 31 जुलाई 2023

पीजीआई मरीजों को लिफ्ट देने वाले अवधेश दुबे के स्वागत में उमड़ पड़ी पूरी कालोनी

 पीजीआई मरीजों को लिफ्ट देने वाले  अवधेश दुबे के स्वागत में उमड़ पड़ी पूरी कालोनी





अक्सर  कालोनियों में देखा गया है कि  लोग अपने अगल- बगल में रहने वाले के बारे में कई बार जानते तक नहीं है,,,, ऐसे में पूरी कालोनी किसी के स्वागत के लिए उमड़ पडे यह साबित करता है वह व्यक्ति कितना सामाजिक और मददगार होगा सेवा के अंतिम दिन घर पहुंचने पर,,, देख पूरी कॉलोनी के लोग हुए भावुक।  सम्मान में लोगों ने ढोल मजीरा के साथ साथ कॉलोनी के लोगों ने स्वागत के साथ ही ........ पार्क में रामायण का आयोजन भी किया। 


संजय गांधी पीजीआई विद्युत अभियंत्रण में लिफ्ट ऑपरेटर से सेवानिवृत्त अवधेश दुबे के लिए सोमवार का दिन एक मिसाल से कम नहीं था जहां एक तरफ अधिकांश अस्पतालों में  आए दिन तीमारदारों व मरीजों को परे शानी की हालत में कर्मचारियों की बीच झगड़ा मारपीट,  जैसी कई बातें सुनने को आती है वहीं पीजीआई में सोमवार को लिफ्ट ऑपरेटर से सेवानिवृत्त होने के दिन अवधेश दुबे के काम की प्रशंसा अधिकारी व कर्मचारियों ने पीजीआई कैंपस में तो की ही गई साथ साथ  उनके निवास स्थित साउथ सिटी कालोनी  वासियों ने भी की। लोगो के लिए अवधेश दुबे मदद करने वाले एक मसीहा से कम नहीं दिखाई दिए जैसे ही उनकी विदाई का समय लोगों को मालूम चला तो कॉलोनी के वृद्ध लोगो के साथ पुरुष, बच्चे महिलाएं अपने को रोक नहीं पाए ढोल मजीरे लेकर साउथ सिटी कॉलोनी में इकट्ठा हो गए जैसे ही दिनेश  वहां आए लोगो ने भावुक होकर स्वागत करते हुए  फूलों की माला पहनाई और उन्हें बधाई दी।

रामायण का किया आयोजन

साउथ सिटी रत्नाकर खंड के लोगों ने अवधेश दुबे के पीजीआई से सेवानिवृत्त होने को लेकर घर के बाहर बने एक मंदिर में रामायण पाठ का आयोजन किया जैसे ही अवधेश कुमार वहां पहुंचे तो वह भी लोगो का प्यार देख भावुक हो उठे और कॉलोनी के बड़े बूढ़ों सहित अपने मित्रों को गले लगा कर उनके इस सम्मान का आभार प्रकट किया।



उखड़ती सांस की डोर से कई लोगों कि मदद कर दिया था जीवनदन।

भले ही अवधेश दुबे पीजीआई में एक लिफ्ट आपरेटर के रूप में कार्य करते थे लेकिन उनकी सोच एक अलग थी वह किसी भी मरीज व तीमारदार की मदद करने के लिए तुरंत आ जाते थे आगर कहीं से भी फोन आता था तो वह तुरंत मदद कर उसे वहां इलाज करवाते थे । कॉलोनी में रहने वाले उनके मित्र नुरुल हुदा ने बताया कि हमारे रिश्तेदार हलीमून काफी बीमार पड़ गए मैंने हर जगह प्रयास किया लेकिन कहीं एडमिट नहीं हो पाया फिर मैंने अवधेश जी से कहा तो उन्होंने पीजीआई में इलाज अब  पूरी तरह स्वस्थ है। कलावती ,सामिया, दिनेश कुमार सहित दर्जनों लोगों को अपने कार्यकाल में उन्होंने मुसीबत की घड़ी में इलाज कराया।

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