रविवार, 16 जुलाई 2023

फिलर तकनीक से बिना ऑपरेशन भरे जा सकेंगे चेहरे के गड्ढे

 फिलर तकनीक से बिना ऑपरेशन भरे जा सकेंगे चेहरे के गड्ढे






- पीजीआई में जल्द शुरू होगी  तकनीक 

दबी हुई नाक, पतला होंठ व चेहरे के गड्ढे को भरने के लिए ऑपरेशन की जरूरत नहीं होगी। बल्कि प्लास्टिक सर्जन इंजेक्शन लगाकर उस हिस्से का आकार दवा से फूलाकर सामान्य कर देंगे। इस तकनीक को चिकित्सा भाषा में फिलर कहते हैं। पीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के डॉक्टर इस तकनीक का उपयोग जल्द मरीजों पर करेंगे।
पीजीआई के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो. राजीव अग्रवाल ने बताया कि चेहरा, गला, हाथ व पैर की त्वचा में कहीं गड्ढा है या त्वचा दबी हुई है। उसका ऑपरेशन कर दूसरे स्थान त्वचा लेकर प्रत्यारोपण किया जाता है। हालांकि फिलर तकनीक आने से अब ऑपरेशन की जरूरत नहीं पड़ेगी। बल्कि इंजेक्शन गड्ढा व दबी त्वचा के भीतर लगाने से वह हिस्सा कुछ मिनट में फूलकर सामान्य आकार में आ जाएगा। इस तकनीक से पतले होंठ को भी बड़ा किया जा  सकता है। डॉ. अग्रवाल ने बताया कि एक से डेढ़ साल बाद उस हिस्से के आकार में यदि कुछ बदलाव होता है। तो दोबारा इंजेक्शन लगावा सकते हैं। 
प्रो राजीव अग्रवाल ने बताया कि इंजेक्शन की कीमत करीब 10 से 15 हजार है। मौजूदा समय में यह इंजेक्शन अमेरिका में उपलब्ध हैं, लेकिन देश में भी कई कम्पनियां यह इंजेक्शन बना रही हैं। स्वदेशी इंजेक्शन बाजार में आने के बाद इसकी कीमतें कम हो जाएगी।

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें