मंगलवार, 4 मई 2021

थोड़ी सी सावधानी के घर के बाकी कोरोना से नहीं होंगे संक्रमित

 

थोड़ी सी सावधानी के घर के बाकी कोरोना से नहीं होंगे संक्रमित


50 फीसदी परिवार में एक से अधिक संक्रमित 

होम आइसोलेशन में 70 फीसदी हो रहे ठीक

बुखार या दूसरे लक्षण आते ही आइसोलेट करें

जांच रिपोर्ट आने से पहले ही शुरू करें सावधानी


 

थोड़ी से सावधानी आप के परिवार को  कोरोना से  संक्रमित होने बचा सकती है। इस बार देखने में आ रहा है कि परिवार में एक व्यक्ति के संक्रमित होने पर परिवार के दूसरे लोग भी संक्रमित हो जा रहे है क्योंकि इस बार का कोरोना स्ट्रेन काफी संक्रामक है। देखने में आया है कि पचास फीसदी से अधिक परिवार में एक से अधिक संक्रमित हो रहे हैं।  

परिवार में कई लोगों के संक्रमित होने से घर में एक दूसरे की देखभाल करने वाले लोगों की कमी हो जाती है। संजय गांधी पीजीआइ के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो.राजीव अग्रवाल जो कोरोना वार्ड में  मरीजों का मैनेजमेंट भी कर चुके है कहते है कि परिवार में किसी भी बुखार या दूसरे लक्षण हो तो तुरंत उस व्यक्ति के अलग कमरे में आइसोलेट करना होगा। उनका भोजन भी कमरे के बाहर रखें। कमरे में कोई भी न जाए। उनके कपड़े भी अलग धोए जाएं। घर के लोग एन 95 मास्क का इस्तेमाल करें।  देखा जा रहा है कि परिवार के किसी व्यक्ति के बुखार होने से कोरोना संक्रमण की पुष्टि तक  साथ रहते है जिसके कारण घर के दूसरे लोग संक्रमित हो रहे है। बुखार आने के बाद पेरासिटामोल 650 मिली लेना शुरू करें। इससे चार बार तक लिया जा सकता है। इसकी अधिकतम डोज तीन मिली ग्राम है। इसके साथ ही घर में पल्स आक्सीमीटर, थर्मामीटर और स्टीम वेपोराइजर( भाप लेने की मशीन) जरूर रखें यह सब दो हजार में मिल जाता है। जांच में संक्रमण की पुष्टि होने पर योग, कमरे में 30 मिनट चलें। पेट के बल लेटे इससे काफी हद आराम मिलेगा। भाप चार से पांच लें। प्रो. राजीव का कहना है कि होम आइसोलेशन में 70 से 75 फीसदी लोग दवा के साथ ठीक हो सकते है।

 

 

व्हाट्सएप बना रहा है मरीजों का सहारा

कोरोना के कारण मरीज को बुला नहीं सकते है इस लिए व्हाट्सएप पर घाव की फोटो मंगा कर देखने के बाद वीडियो कॉल कर घर में ही ड्रेसिंग की सलाह देते है इससे मरीजों को काफी राहत मिल रही है। गोरखपुर के पुष्पेंद्र के पैर में घाव था काफी हद तक ठीक भी गया था लेकिन कोरोना के कारण वह नहीं आ पा रहे थे । उन्होंने फोन किया तो इसी के जरिए सलाह दिया घाव काफी ठीक हो गया। सौ से अधिक मरीजों को सलाह इस माध्यम से विभाग दे चुका है।    

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