मंगलवार, 4 मई 2021

हवा में वायरस है का मतलब यह नहीं कि कमरे के खिड़की दरवाजे बंद कर दें

 





हवा में वायरस है का मतलब यह नहीं कि कमरे के खिड़की दरवाजे बंद कर दें

 

 

 

घर के छत और लान में टहलने से नहीं हो जाएगा कोरोना

 

बंद कमरे में संक्रमित के छीकने, खांसने से टिका रह सकता है वायरस

 


वायरस हवा में है वैज्ञानिकों के इस रिपोर्ट के बाद लोग दहशत में है। संजय गांधी पीजीआइ के हृदय रोग विशेषज्ञ एवं कोरोना मरीजों की सेवा में लगे प्रो. सुदीप कुमार कहते है कि वायरस हवा में है इसका मतलब पार्क, सड़क, आंगन और आप के लॉन की हवा से नहीं है। इसका मतलब है कि बंद कमरे में अंजान या घर का व्यक्ति भी संक्रमित हो सकता है।   उसकी सांस, छींक और थूक आदि से विषाणु आप के घर की हवा में रह सकता है। अस्पताल, होटल और कोई भी बंद जगह इस दायरे में आते हैं। वहां मास्क लगाएं और सावधान रहने की जरूरत है। देखा जा रहा है कि  लोग खिड़की दरवाजे बंद कर रहे हैं।  छत बालकनी में  टहलने से डर रहे हैं। प्रो. सुदीप कहते है कि  आराम से खुले में रहे। अकेले हैं तो मास्क न लगाएं।  कोई साथ है तो लगा लें। खिड़कियां दरवाजे खुले रखना ठीक रहेगा। खिड़की खोल कर सोने से संक्रमण का खतरा नहीं रहेगा। हृदय की बीमारी है तो जो दवा चल रही है उसे बंद न करें। ई ओपीडी में दवा के बारे में सलाह ले सकते हैं। संक्रमण से बचने के लिए अपने इम्यून सिस्टम को मजबूत रखना जरूरी है। इसके लिए पौष्टिक आहार वह भी बिना तेल घी लें। बाजार में जाने से बचे। 

 

 

 

यह वक्त भी निकल जाएगा न हो परेशान

 

 

 

इस महामारी के दौरान अपने मानसिक स्वास्थ्य को बेहतर रखें।

 

महामारी के इस दौर में मानसिक तनाव हो सकता है। हो सकता है कि आपको बेचैनी महसूस हो रही हो, आप तनाव महसूस कर रहे हों, परेशान हो रहे हों, दुखी हों, अकेला महसूस कर रहे हों इससे बचने के लिए 

 

 

 

 

 

- अपने दोस्तों और परिवार के लोगों के साथ फ़ोन, वीडियो कॉल या फिर सोशल मीडिया के माध्यम से संपर्क में बने रहें

 

 

 

- उन चीज़ों के बारे में बात करते रहें जिससे आपको परेशानी हो रही हो

 

 

 

- दूसरे लोगों को भी समझने की कोशिश करें

 

 

 

- अपनी नई दिनचर्या को व्यावहारिक तरीके से प्लान करें

 

 

 

- अपने शरीर का ध्यान रखें. नियमित व्यायाम और खानपान का ध्यान रखें.

 

 

 

- आप जहां से भी जानकारियां ले रहे हों वो क्रेडिबल सोर्स हो और इस महामारी के बारे में बहुत अधिक ना पढ़ें

 

 

 

- अपने व्यवहार को अपने नियंत्रण में रखें

 

 

 

- अपने मनोरंजन का भी पूरा ध्यान रखें

 

 

 

- वर्तमान पर फोकस करें और यह याद रखें कि यह समय चिर-स्थायी नहीं है

 

 

 

- अपनी नींद को किसी भी तरह से बाधित ना होने दें

 

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