बनारस में गंगा किनारे ‘वॉक’ करते हुए लोगों का इलाज कर रहे ये डॉक्टर
बनारस में बहती गंगा के घाटों पर दुनियाभर से तीर्थयात्री गंगा दर्शन और पूजन के लिए आते हैं। कई श्रद्धालुओं का रात बिताने का आसरा भी यही घाट होते हैं। घाट की सीढ़ियां चढ़ने से लेकर दर्शन-पूजन के चलते लंबी दूरी तक पैदल चलने के चलते बड़ी संख्या में दर्द से कराहते हुए रात बिताते लोग भी इन घाटों पर मिल जाएंगे। दर्द से कराहते हुए ऐसे लोगों का दर्द कम करने का काम करते हैं डॉक्टर विजयनाथ मिश्रा। डॉ. मिश्रा बनारस हिंदू विश्वविद्यालय के न्यूरोलॉजी विभाग के अध्यक्ष हैं। वे रोजाना घाट वॉक के दौरान थके-मांदे या बीमार लोगों के इलाज के लिए वक्त निकालते हैं। कई बीमार लोगों को वह बीएचयू में इलाज कराने के लिए ले गए। घाट वॉक से लोगों की पीड़ा हरने का काम बादस्तूर जारी है।
घाट वॉक से मर्ज इलाज
घाट वॉक का सबसे खूबसूरत पहलू यह है कि सालभर के भीतर एक हजार से ज्यादा लोगों का इलाज डॉक्टर वीएन मिश्रा कर चुके हैं। अब तक 20 से ज्यादा लोगों को बनारत हिंदू विश्विद्यालय के अस्पताल में भर्ती भी करा चुके हैं।
कैसे शुरु हुई घाट वॉक
वॉक की शुरुआत 11 जनवरी 2018 में हुई थी। डॉ. मिश्रा एक दिन अपने परिवार को एयरपोर्ट छोड़कर आ रहे थे। उन्होंने सोचा कि गंगा के घाटों को ही देखा जाए। अंधेरे में डूबे घाटों के लिए उन्होंने यूपी के डीजीपी को ट्वीट किया तो पुलिस व्यवस्था बढ़ गई।
घाट वॉक का सबसे खूबसूरत पहलू यह है कि सालभर के भीतर एक हजार से ज्यादा लोगों का इलाज डॉक्टर वीएन मिश्रा कर चुके हैं। अब तक 20 से ज्यादा लोगों को बनारत हिंदू विश्विद्यालय के अस्पताल में भर्ती भी करा चुके हैं।
कैसे शुरु हुई घाट वॉक
वॉक की शुरुआत 11 जनवरी 2018 में हुई थी। डॉ. मिश्रा एक दिन अपने परिवार को एयरपोर्ट छोड़कर आ रहे थे। उन्होंने सोचा कि गंगा के घाटों को ही देखा जाए। अंधेरे में डूबे घाटों के लिए उन्होंने यूपी के डीजीपी को ट्वीट किया तो पुलिस व्यवस्था बढ़ गई।
Great work sir, like sgpgi and other places u help that I know
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