गुरुवार, 18 जुलाई 2019

पीजीआइ में स्थापित हुआ वेस्कुलर मालफारमेशन सर्जरी आफ्टर क्वायलिंग

पीजीआइ में स्थापित हुआ वेस्कुलर मालफारमेशन सर्जरी आफ्टर क्वायलिंग
-उत्तर भारत का पहला अस्पताल जहां संभव है यह सर्जरी
-देवेंद्र अब बना पाएगा कैरियर

जागरण संवाददाता। लखनऊ
उरई निवासी 23 वर्षीय देवेंद्र अब कैरियर बना सकेगा। बायें पैर के ऊंगली में वेस्कुलर मैलफारमेशन की परेशानी के कारण एक साल से परेशान था। बार-बार पैर में इंफेक्शन के कारण मवाद पड़ जाता । चलने फिरने में लाचार हो जाते । कई डाक्टरों को दिखाया लेकिन कही राहत नहीं मिली। झांसी मेडिकल कालेज के डाक्टर ने संजय गांधी पीजीआइ भेज दिया। संस्थान के प्लास्टिक सर्जरी विभाग के प्रमुख प्रो.राजीव अग्रवाल और इंटरवेशन रेडियोलाजिस्ट प्रो. रघुनंदन ने वेस्कुलर मैलफारमेशन सर्जरी आफ्टर क्वायलिंग तकनीक के जरिए देवेंद्र को लगभग ठीक कर दिया है। इस तकनीक के जरिए वेस्कुलर मालफारमेशन की सर्जरी करने वाला उत्तर भारत का पहला संस्थान बन गया है। सर्जरी के  देवेंद्र के हौसला बढ़ गया है।  कहते है अब पालीटेक्निक की पढाई पूरी कर अपने पैर में खड़े हो सकेंगे। प्रो. राजीव के मुताबिक जिस अंग में वेस्कुलर ट्यूमर होता है वहां मांसपेशी, हड्डी भी बडी हो जाती है जिससे परेशानी होती है। इन मामलों को कोई हाथ भी नहीं लगता है। मरीज परेशान रहते है। हमारी अोपीडी में हर महीने इस तरह के दो से तीन मामले आते है जिसमें इस सर्जरी से इलाज संभव है।  
ट्यूमर की ब्लड सप्लाई रोक की सर्जरी
प्रो. राजीव के मुताबिक रक्त वाहिका में ट्यूमर बन जाने के कारण यह परेशानी होती है। ट्यूमर में अधिक रक्त प्रवाह होने के कारण सामान्य तौर पर सर्जरी संभव नहीं होती है। जरा सा चीरा लगाते ही खून का फब्बारा निकलने लगता है। ऐसे में रक्त प्रवाह रोकना जरूरी होता है। इसके लिए इटरवेंशन रेडियोलाजिस्ट उस ट्यूमर को खून सप्लाई करने वाले नस में क्वायल लगा कर रक्त प्रवाह को कम किया। क्वायल लगाने के 24  घंटे बाद ट्यूमर की सर्जरी कर दिया। तकनीक को हम लोगों ने स्थापित कर लिया है।

इंटरवेंशन रेडियोलाजिस्ट और प्लास्टिक सर्जन का साथ जरूरी
प्रो.राजीव अग्रवाल का कहना है कि वेस्कुलर मैलफारमेशन सर्जरी आफ्टर क्वायलिंग तकनीक में  प्लास्टिक सर्जन के साथ इंटरवेंशन रेडियोलाजिस्ट का सामजस्य होना जरूरी है। बताया कि वेस्कुलर मालफारमेशन शऱीर के किसी भी अंग में हो सकता है। शरीर के किसी  भी अंग में गांठ हो तुरंत संपर्क करना चाहिए क्योंकि ट्यूमर के बढ़ जाने पर सर्जरी में कंपलीकेशन बढ़ जाता है।

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