का ऑपरेशन किया
संस्थान के डॉक्टरों बिना बाहर के एक्सपर्ट के किये यह दोनों ऑपरेशन
62 वर्षीय राजकुमार प्रोस्टेट कैंसर की परेशान लेकर एसजीपीजीआई पहुंचा
था। डॉक्टरों ने रोबोटिक सर्जरी कर प्रोस्टेट को निकाल दिया। विशेषज्ञों
का मानना है कि कैंसर युक्त पूरा प्रोस्टेट निकल जाने के कारण दोबाराकैंसर पहनपने की आशंका कम हो गयी है। जबकि एक अन्य 50 साल की लक्ष्मी के
गुर्दे में स्टोन होने की वजह से एक गुर्दा सिकुड़ गया था। पीजीआई के
डॉक्टरों ने लक्ष्मी के खराब हो चुके गुर्दे को रोबोट की मदद से निकाल
दिया है। विशेषज्ञों का दावा है दोनों मरीज अब स्वस्थ्य हैं। यह दोनों
ऑपरेशन संस्थान प्रो. राकेश कपूर और प्रो. संजय सुरेखा द्वारा किये गये।
यह दोनों ऑपरेशन में बाहर का कोई एक्सपर्ट मौजूद नही था।
यूरोलाजास्टि एवं किडनी ट्रांसप्लांट एक्सपर्ट प्रो. राकेश कपूर और
प्रो. संजय सुरेखा के मुताबिक इन दोनों सर्जरी को शुक्रवार को अंजाम दिया
गया। मरीज फिट है। पांच -6 दिन में छुट्टी दे दी जाएगी। विशेषज्ञों के
मुताबिक राज कुमार प्रोस्टेट कैंसर की परेशानी थी जिसमें पूरे प्रोस्टेट
को निकलना ही उपाय था। यह सर्जरी ओपेन भी हो सकती थी लेकिन कई तरह के
रिस्क थे। रोबोटिक सर्जरी करने से रिस्क कम तो हुआ ही साथ पूरा कैंसर
युक्त प्रोस्टेट निकाल दिया गया। इसी तरह लक्ष्मी के एक गुर्दे में स्टोन
लंबे समय से था जिसके कारण किडनी सिकुड़ गयी थी । यह किडनी दूसरे किडनी
को भी प्रभावित कर रही थी । रोबोटिक सर्जरी कर खराब गुर्दे को निकालदिया गया। डॉ. राकेश कपूर ने बताया कि रोबोटिक सर्जरी ओपेन सर्जरी से
ज्यादा सुरक्षित हैं। ब्लड कम निकलता है। चीरा छोट लगता है। मरीज को दर्द
कम सहने के साथ ही अस्प्ताल में स्टे कम होता है।
इनकी होगी रोबोटिक सर्जरी
प्रो. राकेश कपूर के संस्थान में एसजीपीजीआई में अब तक यूरोलॉजी की 10 और
इंडोक्राइन सर्जरी विभाग की 6 सर्जरी की जा चुकी हैं। सभी मरीज स्वस्थ्य
हैं। कार्डियक सर्जरी और गेस्ट्रो सर्जरी विभाग के ऑपरेशन जल्द किये
जायेंगे। इन दोनों विभागों के डॉक्टरों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।
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