पीजीआइ को एसबीआई ने दिया
डायलसिस मशीन के लिए 51 लाख
सीएसआर के तहत पीजीआइ को स्टेट
बैंक करता रहेगा मदद
जागरणसंवाददाता। लखनऊ
भारतीय स्टेट बैंक के चेयरमैन
रजनीश कुमार ने कहा कि संजय गांधी पीजीआइ के लिए सहायता का प्रस्ताव बोर्ड के
सामने आया तो नाम ही काफी था। हम लोगों को विश्वास है कि संस्थान में पैसे का सही
उपयोग होगा। इससे पहले भी सोशल रिसप्लांसबिलिटी(सीएसआऱ) के तहत संस्थान को हमारे बैंक ने
मदद किया है। कहा कि अभी चिकित्सा आम आदमी के पहुंच से बाहर है जिसके लिए भारत
सरकार ने आयुष्मान योजना लागू किया इससे काफी लोगों को फायदा मिल रहा है। पीजीआइ
के साथ स्टेट बैंक का रिश्ता बना रहेगा।
चेयरमैन ने संस्थान को डायलसिस
मशीन खरीदने के लिए 51 लाख का चेक निदेशक प्रो राकेश कपूर को सौंपा। इस मैके पर
निदेशक प्रो. राकेश कपूर ने कहा कि इससे पहले स्टेट बैंक ने पेशेंट सेल्टर बनवाया
जिससे दूर से आने वाले मरीजों को आराम करने की जगह मिल गयी। मरीज बाहर बडे रहते थे जिसे देख कर
कष्ट हुआ तो स्टेट बैंक से अनुरोध किया। हमारे पास डायलसिस की 55 मशीन है जिस पर रोज 150 से अधिक मरीजों की डालसिस 24 घंटे सातों दिन होती है। विभाग
की मशीने बदलने की जरूरत थी जिसके लिए स्टेट बैंक के ब्रांच मैनेजर राहुल सिंह से
कहा तो वह तुरंत प्रोपजल बना कर मुख्यालय भेजे जहां पर लखनऊ मंडल की मुख्य
महाप्रबंधक सलोनी नरायन ने स्वीकार कर आगे भेजा जिसका नतीजा है कि आज मशीन खरीदने
के लिए पैसा मिला।चिकित्सा अधीक्षक प्रो. अमित अग्रवाल और नेफ्रोलाजी विभाग के
प्रमुख प्रो. अमित गुप्ता ने बताय कि 51 लाख से सात डायलसिस मशीन खरीदी
जाएगी जिससे मरीजों को राहत मिलेगी।
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