किडनी के डॉक्टरों ने बैट-बॉल पर दिखाया दम
आईएसएनकॉन क्रिकेट प्रीमियर लीग-2025 में साउथ साइक्लोन बनी चैंपियन
लखनऊ। इलाज और ऑपरेशन थिएटर तक सीमित रहने वाले किडनी रोग विशेषज्ञ जब मैदान में उतरे, तो नज़ारा कुछ अलग ही था। एसजीपीजीआई के मैदान पर 17 दिसंबर 2025 को आयोजित आईएसएनकॉन क्रिकेट प्रीमियर लीग-2025 में देशभर के नेफ्रोलॉजिस्टों ने बैट-बॉल के साथ फिटनेस, टीमवर्क और खेल भावना का शानदार प्रदर्शन किया। यह टूर्नामेंट इंडियन सोसाइटी ऑफ नेफ्रोलॉजी के राष्ट्रीय सम्मेलन आईएसएनकॉन-2025 के तहत आयोजित किया गया।
टूर्नामेंट में उत्तर, दक्षिण, पूर्व और पश्चिम ज़ोन की टीमों ने हिस्सा लिया। कुल पांच लीग मैचों के बाद नॉकआउट और फाइनल मुकाबला खेला गया। फाइनल में दक्षिण ज़ोन की टीम ‘साउथ साइक्लोन’ और पश्चिम ज़ोन की ‘वेस्ट ब्लेज़’ आमने-सामने रहीं।
फाइनल मुकाबले में पहले बल्लेबाज़ी करते हुए वेस्ट ब्लेज़ की ओर से डॉ. गजानन पिलगुलवार ने शानदार 74 रन बनाए। उनकी आक्रामक पारी की बदौलत टीम ने प्रतिस्पर्धी स्कोर खड़ा किया। कप्तान डॉ. अभिजीत कोराने, उपकप्तान डॉ. मनीष माली, डॉ. अमित लंगोटे और डॉ. सुनील जावले ने भी अहम योगदान दिया।
लक्ष्य का पीछा करने उतरी साउथ साइक्लोन ने संयम और आक्रामकता का बेहतरीन संतुलन दिखाया। कप्तान डॉ. गिरीश के नेतृत्व में टीम ने मैच जीतकर खिताब अपने नाम किया। जीत में डॉ. जी.के. प्रकाश (उपकप्तान), डॉ. संजीव हिरेमठ, डॉ. शशांक शेट्टी, डॉ. श्रीकांत, डॉ. मोहन, डॉ. अरविंद और डॉ. राजेश किरण की अहम भूमिका रही।
पूरे टूर्नामेंट में उत्कृष्ट प्रदर्शन के लिए डॉ. गजानन पिलगुलवार को मैन ऑफ द सीरीज़ चुना गया। तीसरे स्थान के मुकाबले में नॉर्थ स्टॉर्म ने ईस्ट थंडर्स को हराया।
आयोजन सचिव एवं एसजीपीजीआई नेफ्रोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. नारायण प्रसाद ने कहा कि यह आयोजन डॉक्टरों और मरीजों दोनों के लिए संदेश है कि स्वस्थ और सक्रिय जीवनशैली इलाज का अहम हिस्सा है। खास बात यह रही कि हर टीम में एक महिला खिलाड़ी की भागीदारी ने समावेशिता और लैंगिक समानता का भी मजबूत संदेश दिया।

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