आशियाना जैन मंदिर में दसलक्षण पर्व के छठे दिन ‘उत्तम संयम धर्म दिवस’ मनाया गया
दिगम्बर जैन सेवा समिति, आशियाना के तत्वावधान में मंगलवार 2 सितंबर 2025 को जैन धर्म के शाश्वत पर्व दसलक्षण महापर्व के छठे दिन ‘उत्तम संयम धर्म दिवस’ (सुगंध दशमी) का आयोजन धूमधाम से किया गया। इस अवसर पर सुबह से ही मंदिर प्रांगण में श्रद्धालुओं की भीड़ उमड़ पड़ी और धार्मिक उल्लास का वातावरण बना रहा।
समिति के अध्यक्ष चन्द्र प्रकाश जैन के नेतृत्व में प्रतिष्ठित पंडित उमेश जैन शास्त्री ने मंगलाचरण और पूजा-अभिषेक सम्पन्न कराए। उनके मार्गदर्शन में धर्मसभा का आयोजन हुआ, जिसमें संयम धर्म की महत्ता और जीवन में उसके अनुपालन पर विस्तार से प्रकाश डाला गया। श्रद्धालुओं ने गहन श्रद्धा एवं भक्ति भाव से पूजा-अर्चना में भाग लिया।
धार्मिक कार्यक्रम के दौरान जी की शान्तिधारा का सौभाग्य महिला मंडल, आशियाना को प्राप्त हुआ। इस अवसर पर समिति के मंत्री अनिल जैन, उपाध्यक्ष हरिओम जैन, कोषाध्यक्ष शरद जैन, संयुक्त मंत्री अंकित जैन, संजीव जैन, बृजेश जैन (बंटी), आशीष जैन सहित बड़ी संख्या में पदाधिकारी एवं श्रद्धालु मौजूद रहे।
महिला मंडल की अध्यक्ष अपर्णा जैन, उपाध्यक्ष डॉ. सविता जैन, स्वीटी जैन, सोनी जैन, अनीता जैन, राखी जैन, रिमझिम जैन, मीनू जैन, सरिता जैन, संगीता जैन आदि ने सक्रिय सहयोग करते हुए आयोजन को सफल बनाया।
सायंकालीन सत्र में पंडित उमेश जैन शास्त्री ने प्रवचन देते हुए कहा कि उत्तम संयम धर्म मानव जीवन का आधार है। संयम से ही जीवन में शांति, संतोष और स्थिरता आती है। उन्होंने कहा कि संयम को अपनाकर मनुष्य अपने भीतर के क्रोध, लोभ और मोह पर नियंत्रण पा सकता है।
प्रवचन के उपरांत महिला मंडल की ओर से विविध सांस्कृतिक कार्यक्रम प्रस्तुत किए गए, जिनमें धार्मिक गीत, नृत्य और नाट्य प्रस्तुति शामिल रही। श्रद्धालुओं ने पूरे उत्साह से कार्यक्रम का आनंद लिया और संयम धर्म की महत्ता को आत्मसात करने का संकल्प लिया।
आयोजन में शामिल बड़ी संख्या में श्रद्धालुओं ने कहा कि ऐसे धार्मिक पर्व समाज में आध्यात्मिक जागरण का कार्य करते हैं और लोगों को धर्म के प्रति प्रेरित करते हैं।

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