सही भोजन और जीवन शैली से घटती बीमारियों की आशंका
एसजीपीजीआई में पुरुष स्वास्थ्य जागरूकता कार्यक्रम
राष्ट्रीय पोषण माह की पूर्व संध्या पर संजय गांधी पीजीआई में गुरुवार को पुरुषों के स्वास्थ्य और पोषण पर विशेष जागरूकता कार्यक्रम हुआ। “मांसपेशियों से परे : पुरुषों का पोषण और सम्पूर्ण स्वास्थ्य” विषय पर आयोजित इस सत्र का आयोजन आईएपीईएन इंडिया, लखनऊ चैप्टर और ‘हेल्दी खाएगा इंडिया’ अभियान के सहयोग से किया गया।
विशेषज्ञों ने बताया कि पुरुष अक्सर जिम्मेदारियों और व्यस्त जीवनशैली के कारण खानपान को नज़र अंदाज़ कर देते हैं। इसका असर स्वास्थ्य पर पड़ता है और मोटापा, डायबिटीज़, हाई ब्लड प्रेशर, कोलेस्ट्रॉल और हृदय रोग जैसी समस्याएं बढ़ने लगती हैं। सही खानपान और जीवनशैली अपनाकर इन बीमारियों से बचा जा सकता है।
कार्यक्रम में एसजीपीजीआई निदेशक प्रो. आरके धीमान, चिकित्सा अधीक्षक प्रो. राजेश हर्षवर्धन, संयुक्त निदेशक सामग्री प्रबंधन प्रकाश सिंह, एसोसिएट प्रोफेसर डॉ. इंदु शुक्ला, सीनियर फिज़िशियन व मॉडरेटर डॉ. प्रेर्णा कपूर, मुख्य आहार विशेषज्ञ डॉ. रमा त्रिपाठी, सीनियर पीडियाट्रिशियन डॉ. पियाली भट्टाचार्य, पीडियाट्रिक गैस्ट्रो विभाग के प्रो. एल.के. भारती और सीनियर डर्मेटोलॉजिस्ट डॉ. अजीत कुमार शामिल रहे। इसके अलावा केजीएमयू की सीनियर डायटीशियन दीप्ति रावत भी मौजूद रहीं।
एम्पलाई वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मेश कुमार, वरिष्ठ सदस्य सरोज कुमार वर्मा और मेडिटेक संगठन के अध्यक्ष मनोज कुमार सिंह सहित अन्य लोगों ने भी भागीदारी की।
मुख्य आहार विशेषज्ञ डॉ. रमा त्रिपाठी ने कहा कि संतुलित आहार पुरुषों के लिए जीवनभर की हेल्थ इंश्योरेंस है। उन्होंने सुझाव दिया कि पर्याप्त पानी पिएं, मीठे और फास्टफूड से बचें और रोज़ाना कम से कम 30 मिनट व्यायाम करें। साथ ही मौसमी फल, दालें, हरी सब्जियां और अनाज को नियमित आहार में शामिल करना चाहिए।

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