एआई से गंभीर रोगियों की जान बचाने में मिलेगी मदद
एसजीपीजीआई के एनेस्थीसियोलॉजी विभाग ने मनाया 38वां स्थापना दिवस
उत्कृष्ट कार्य करने वाले फैकल्टी, रेजिडेंट, नर्सिंग व टेक्निकल स्टाफ को किया गया सम्मानित
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान (एसजीपीजीआई) के एनेस्थीसियोलॉजी विभाग के 38वें स्थापना दिवस पर आयोजित कार्यक्रम में क्रिटिकल केयर विभागाध्यक्ष एवं प्रिंसिपल डायरेक्टर, बीएलके-मैक्स सुपर स्पेशियलिटी हॉस्पिटल, दिल्ली के डॉ. राजेश कुमार पांडे मुख्य अतिथि रहे। उन्होंने कहा कि कृत्रिम बुद्धिमत्ता (एआई) की मदद से गहन चिकित्सा इकाई (आईसीयू) में गंभीर रोगियों की स्थिति का पहले से आकलन कर उनकी जान बचाई जा सकती है। उन्होंने बताया कि बेहतर एआई प्रणाली विकसित करने के लिए मजबूत व सटीक डेटा रिकॉर्डिंग अत्यंत आवश्यक है।
उन्होंने अपने विचार छठे “प्रो. सोमा कौशिक ऑरेशन” में रखे। कार्यक्रम की अध्यक्षता एसजीपीजीआई के निदेशक पद्मश्री प्रो. आर. के. धिमान ने की। इस अवसर पर डीन प्रो. शलीन कुमार, एनेस्थीसियोलॉजी विभागाध्यक्ष प्रो. प्रभात तिवारी, और एमएम कॉलेज ऑफ मेडिकल साइंसेज, अंबाला के कार्डियक एनेस्थीसिया विभागाध्यक्ष प्रो. अजय सिन्हा विशेष रूप से उपस्थित रहे।
कार्यक्रम में उत्कृष्ट कार्य के लिए फैकल्टी डॉ. वंश प्रिया, जूनियर रेजिडेंट डॉ. कोल्ली अजीत कुमार, ऑफिस स्टाफ महेन्द्र कुमार वर्मा, नर्सिंग ऑफिसर सरीता श्रीवास्तव, टेक्निकल ऑफिसर अमित यादव और अन्य कर्मचारियों को सम्मानित किया गया। आयोजन का संचालन डॉ. संदीप खुबा ने किया।
विभाग की तकनीकी टीम—प्रमिला, श्रद्धा, रुचि, शिवानी और किरण—ने मां सरस्वती की वंदना कर कार्यक्रम की शुरुआत की। वरिष्ठ तकनीकी अधिकारी राजीव सक्सेना ने कार्यक्रम के समन्वय और मीडिया संवाद में अहम भूमिका निभाई।

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