गुरुवार, 23 अक्टूबर 2025

पीजीआई के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग का स्थापना दिवस आज

 



गंभीर रोगियों के उपचार में अल्ट्रा साउण्ड की भूमिका अहम


-पीजीआई में भारतीय एनेस्थेसियोलॉजिस्ट सोसायटी यूपी चैप्टर का तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन आज से

लखनऊ।

गंभीर रोगियों के उपचार में अल्ट्रासाउण्ड बहुत उपयोगी है। इमरजेंसी में आने गंभीर रोगी के पेट में ब्लीडिंग, फेफड़ों और दिल का मूल्यांकन अल्ट्रा साउण्ड की मदद से किया जाता है। एनेस्थिसियोलॉजिस्ट को रोगी के रक्तचाप में अचानक गिरावट की तुरंत पहचान कर जरूरी उपचार मुहैया कराने में मदद मिलती है। इसके अलावा शरीर की नसों, रक्त वाहिकाओं और दूसरे अंगों को देखकर ऑपरेशन से पहले सुन्न करने की दवा देने में इसका अहम योगदान है। यह जानकारी गुरुवार को पीजीआई के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग के विभागाध्यक्ष डॉ. प्रभात तिवारी ने प्रेस कांफ्रेंस में साझा की। 

सम्मेलन के आयोजन अध्यक्ष डॉ. तिवारी ने बताया कि संस्थान के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग की ओर से भारतीय एनेस्थेसियोलॉजिस्ट सोसायटी यूपी चैप्टर का तीन दिवसीय वार्षिक सम्मेलन शुक्रवार से शुरू हो रहा है। सम्मेलन के आयोजन सचिव डॉ. आशीष कनौजिया, डॉ. संदीप खुबा व डॉ.दिव्या श्रीवास्तव ने बताया कि तीन दिवसीय सम्मेलन के पहले दिन शुक्रवार को पीजीआई, केजीएमयू और लोहिया संस्थान में वर्कशॉप का आयोजन किया गया है। इसके अलावा सम्मेलन में शोध पत्र प्रस्तुत किये जाएंगे। सम्मेलन में देश भर से आने वाले विशेषज्ञ डॉक्टर एनेस्थीसिया में आयी नवीन तकनीक के बारे में चर्चा करेंगे। 

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पीजीआई के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग का स्थापना दिवस आज


पीजीआई के एनेस्थिसियोलॉजी विभाग का 38 वां स्थापना दिवस शुक्रवार को विभाग के प्रो. सोमा कौशिक सभागार में मनाया जाएगा। संस्थान के एनेस्थिसियोलॉजी विभागाध्यक्ष डॉ. प्रभात तिवारी ने बताया कि समारोह के मुख्य अतिथि क्रिटिकल केयर विशेषज्ञ डॉ. राजेश कुमार पांडे छठा प्रो. सोमा कौशिक व्याख्यान देंगे। इस मौके पर पीजीआई निदेशक पद्मश्री डॉ. डॉ. आरके धीमान और संस्थान के डीन डॉ. शालीन कुमार समेत दूसरे विशेषज्ञ डॉक्टर विभाग की उपलब्धियां और भविष्य की दिशा के बारे में बताएंगे। विभाग के संकाय सदस्यों और कर्मचारियों को भी सम्मानित किया जाएगा।


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