मंगलवार, 31 दिसंबर 2024

33 फीसदी में डिमेंशिया के दूसरी बीमारियां बढ़ा रही है जोखिम

 

24.9 फीसदी बुजुर्ग डिमेंशिया के शिकार


 


33 फीसदी में डिमेंशिया के दूसरी बीमारियां बढ़ा रही है जोखिम


 


 कुमार संजय


राजधानी के ग्रामीण इलाकों के 24.9 फीसद बुजुर्ग मनोभ्रंश(डिमेंशिया) के शिकार है। डिमेंशिया के शिकार बुजुर्गों में से 33 फीसदी में दूसरी परेशानियां भी देखने को मिली है। यह जानकारी राजधानी के ग्रामीण इलाकों से  350 बुजुर्गों पर शोध के बाद किंग जार्ज मेडिकल कॉलेज के विशेषज्ञों ने गहन शोध के बाद दी है। इस तथ्य को राष्ट्रीय स्तर पर स्वीकार किया गया है। शोध रिपोर्ट के मुताबिक उम्र बढ़ने और मनोभ्रंश के बीच संबंध है। इसे संज्ञानात्मक हानि (सीआई) के रूप में जाना जाता है। न्यूरोडीजेनेरेटिव विकारों की भयावहता बढ़ रही है। सीआई( कॉग्निटिव इंपेयरमेंट)  शीघ्र पहचान से उचित उपचारात्मक उपाय शुरू करने में मदद मिलती है। रिपोर्ट के मुताबिक 60 से 75 आयु वर्ग के 350 बुजुर्गों पर शोध के बाद देखा कि 24.9 फीसदी सीआई के शिकार है। सीआई से वृद्ध वयस्क आबादी के एक-चौथाई प्रभावित है।  दूसरी परेशानियां की उपस्थिति से जोखिम बढ़ जाता है। इनमें शीघ्र स्क्रीनिंग और शीघ्र उपचार की जरूरत है।


 


रिपोर्ट के मुताबिक 60 से 75 आयु वर्ग के लोगों में मनोभ्रंश की परेशानी कम देखने को मिली जबकि 75 से अधिक आयु वर्ग के लोगों में परेशानी अधिक देखने को मिली। महिलाओं में पुरूषों के मुकाबले अधिक परेशानी देखने को मिली। देखा गया कि मनोभ्रंश के शिकार में से 33 फीसदी में उच्च रक्तचाप डायबिटीज, देखने और सुनने में परेशानी के साथ अन्य परेशानी थी जो डिमेंशिया के खतरे को बढ़ा सकता है।


 


 


 


इन्होंने किया शोध


 


किंग जार्ज मेडिकल विवि के कम्युनिटी मेडिसिन विभाग की डा. प्रत्यक्षा पंडित मनोचिकित्सा विभाग से डा.  रीमा कुमारी, डा.  आदर्श त्रिपाठी और एसजीपीजीआई से बॉयोस्टैटिसटिक्स  प्रभाकर मिश्रा ने


कॉग्निटिव फंक्शनिंग एमंग कम्युनिटी डेवलिंग ओल्डर एडल्ट इन रूरल पापुलेशन आफ लखनऊ एंड इट्स एसोसिएशन विथ को मोरबिडिटी(लखनऊ की ग्रामीण आबादी में समुदाय में रहने वाले वृद्ध वयस्कों के बीच संज्ञानात्मक कार्यप्रणाली और सह-रुग्णता के साथ इसका संबंध)  विषय को लेकर शोध किया जिसे इंडियन जर्नल ऑफ साइकोलॉजिकल मेडिसिन ने स्वीकार किया है।   


 


 क्या है डिमेंशिया


 


डिमेंशिया में मस्तिष्क में तंत्रिका कोशिकाओं को नुकसान होता है, जो मस्तिष्क के कई क्षेत्रों में हो सकता है। डिमेंशिया लोगों को अलग तरह से प्रभावित करता है, जो मस्तिष्क के प्रभावित क्षेत्र पर निर्भर करता है।


 


यह स्मृति, सोच और सामाजिक क्षमताओं को प्रभावित करता है  जो किसी व्यक्ति में दिन-प्रतिदिन के कामकाज में बाधा उत्पन्न कर सकता है। वृद्ध वयस्कों में अल्जाइमर रोग होने पर डिमेंशिया हो सकता है


 


 


डिमेंशिया के शिकार- 24.9 फीसदी


60 से 75- 17.6 फीसदी


75 से अधिक- 50.6 फीसदी


पुरुष- 13.9 फीसदी


महिला- 33.9 फीसदी


साथ में दूसरी परेशानी- 33 फीसदी


उच्च रक्तचाप- 24.1 फीसदी


डायबिटीज- 28.6 फीसदी


देखने में परेशानी- 63.6 फीसदी


सुनने में परेशानी- 63.2 फीसदी


हड्डी और जोड़ों में परेशानी- 46.8 फीसदी


श्वसन तंत्र में परेशानी- 40 फीसदी

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