युवाओं में दम लेकिन लापरवाही कर सकती है परेशान
21 से 40 आयु वर्ग के 42 फीसदी प्रभावित
कुमार संजय़। लखनऊ
यह सही है कि युवाओं में दम है लेकिन कोरोना के मामले में इन्हें भी सचेत रहने की जरूरत है। देखा जा रहा है कि युवा लापरवाह हो कर सड़को पर इस तरह घूम रहे है कि कोरोना इनका कुछ नहीं कर पाएगा। अब तक भारत के आंकडे पर गौर करें तो पता चलता है कि लगभग पचास मामले चालिस से कम उम्र के हैं। इंडियन मेडिकल एसोसिएशन के वरिष्ठ सदस्य डा.पीके गुप्ता कहते है कि भारत सरकार के स्वास्थ्य एवं परिवार कल्याण के मत्रालय के आकंडो के आधार पर कहा जा सकता है कि देश के युवाओं को भी सचेत रहने की जरूरत है। देखा गयाहै कि सबसे अधिक संक्रमण के शिकार 20से 29 आयु वर्ग के 20.8 फीसदी, 30 से 39 आयु वर्ग 21.7 और 40 से 49 आयु वर्ग के 17.4 फीसदी लोग हुए।
सह बीमारियां बढा रही है परेशानी
कोविड-19 से संक्रमण के मामले ज्यादातर मामलों में दो बातें समान थीं। इन लोगों को डायबिटीज और हाइपरटेंशन (बीपी) की समस्या थी। दूसरे देशों में देखा गया है कि कोरोना संक्रमित में आधे से ज्यादा (56%) को डायबिटीज थी. तकरीबन आधों (47%) को हाइपरटेंशन था. एक तिहाई से ज्यादा को डायबिटीज और हाइपरटेंशन दोनों था। पांच में से एक को अस्थमा या फेफड़ों का रोग था। केवल 16 फीसदी को डायबिटीज और हाइपरटेंशन के साथ दिल की बीमारी थी। । उनमें से कई लोगों को किडनी की भी बीमारी थी।लोगों में सबसे ज्यादा थी जिन्हें दिल या फेफड़ों की बीमारी थी। इसके बाद डायबिटीज और हाइपरटेंशन का नंबर था.
बरते एहतियात क्यों कि रिस्क फैक्टर भी बडा कारण
देश में करीब 9.4 फीसदी लोगों को डायबिटीज है. डायबिटीज और हाइपरटेंशन पर आईसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार, 12 फीसदी शहरी आबादी और करीब 8 फीसदी ग्रामीण आबादी इन दोनों रोगों की चपेट में है. इसी अध्ययन में यह भी बताया गया था कि करीब 30 फीसदी आबादी का ब्लड प्रेशर सामान्य से ज्यादा है. इस तरह कोरोना से संक्रमण का खतरा भी ज्यादा है. जहां रिस्क फैक्टर के तौर पर डायबिटीज और हाइपरटेंशन अच्छा नहीं है. वहीं, उम्र गुजरने के साथ इनका खतरा बढ़ना और चिंताजनक है.55 साल से ज्यादा की उम्र के 60 फीसदी लोगों को देश में हाइपरटेंशन की शिकायत है. इसी आयु वर्ग में करीब 30 फीसदी को डायबिटीज है.
देश में करीब 9.4 फीसदी लोगों को डायबिटीज है. डायबिटीज और हाइपरटेंशन पर आईसीएमआर की रिपोर्ट के अनुसार, 12 फीसदी शहरी आबादी और करीब 8 फीसदी ग्रामीण आबादी इन दोनों रोगों की चपेट में है. इसी अध्ययन में यह भी बताया गया था कि करीब 30 फीसदी आबादी का ब्लड प्रेशर सामान्य से ज्यादा है. इस तरह कोरोना से संक्रमण का खतरा भी ज्यादा है. जहां रिस्क फैक्टर के तौर पर डायबिटीज और हाइपरटेंशन अच्छा नहीं है. वहीं, उम्र गुजरने के साथ इनका खतरा बढ़ना और चिंताजनक है.55 साल से ज्यादा की उम्र के 60 फीसदी लोगों को देश में हाइपरटेंशन की शिकायत है. इसी आयु वर्ग में करीब 30 फीसदी को डायबिटीज है.
आदतों में बदलाव जरूरी
- गैजेट दिन में एक बार जरूर साफ करें
- बात करने में इयरफोन का प्रयोग करें
- घर से निकलना पड़े तो दूरी का ध्यान दें
- फोन किसी और को न दें और न लें
- रुमाल और मोबाइल एक जेब में न हो
- कोई सामान लेने के बाद हाथ धो लें
आयु वर्ग—प्रतिशत कोरोना संक्रमण
0 से 9- 2.5
10 से 19 -5.0
20 से 29- 20.8
30 से 39- 21.7
40 से 49- 17.4
50से 59- 13.3
60 से 69-13.2
70से 79-4.3
80से 89- 1.1
90 से 99- 0.1
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