टेलीमेडिसिन विभाग की तर्ज पर सभी संविदा कर्मचारियों को स्थायी भर्ती में वरीयता देने की मांग तेज
एसजीपीजीआई वेलफेयर एसोसिएशन ने निदेशक को सौंपा ज्ञापन, कहा— समान सेवा पर समान अवसर जरूरी
एसजीपीजीआई की गवर्निंग बॉडी द्वारा हाल ही में टेलीमेडिसिन विभाग के संविदा कर्मियों को स्थायी भर्तियों में प्रत्येक वर्ष की सेवा पर 5 प्रतिशत तथा अधिकतम 30 प्रतिशत तक वेटेज (वरीयता) दिए जाने के निर्णय के बाद अन्य विभागों के संविदा कर्मचारियों में भी समान अवसर की मांग जोर पकड़ने लगी है। इसी क्रम में एसजीपीजीआई ऑल एम्प्लाइज वेलफेयर एसोसिएशन ने निदेशक को ज्ञापन सौंपकर सभी संविदा कर्मचारियों को समान रूप से स्थायी भर्तियों में वेटेज दिए जाने की मांग की है।
वेलफेयर एसोसिएशन के अध्यक्ष धर्मेश कुमार और महामंत्री सीमा शुक्ला द्वारा हस्ताक्षरित इस ज्ञापन में कहा गया है कि गवर्निंग बॉडी का निर्णय स्वागत योग्य है, लेकिन इसे सिर्फ एक विभाग तक सीमित रखना अन्यायपूर्ण और पक्षपातपूर्ण है। ज्ञापन में उल्लेख किया गया है कि संस्थान में कार्यरत अन्य संविदा कर्मचारी— जैसे नर्सिंग, पैरामेडिकल, लैब टेक्नीशियन, रेडियोलॉजी, मेडिकल रिकॉर्ड और मेडिकल सोशल वर्क विभागों के कर्मचारी— भी वर्षों से समर्पण और प्रतिबद्धता के साथ सेवाएं दे रहे हैं, उन्हें भी स्थायी नियुक्तियों में समान वरीयता मिलनी चाहिए।
ज्ञापन में यह भी स्पष्ट किया गया कि टेलीमेडिसिन विभाग में संविदा नियुक्तियां जिन शर्तों पर हुई हैं, उसी आधार पर अन्य विभागों में भी नियुक्तियां हुई हैं, इसलिए नीति और अवसर में समानता अनिवार्य है।
एसोसिएशन ने मांग की कि सभी संविदा कर्मचारियों को स्थायी भर्तियों में प्रत्येक वर्ष की सेवा के लिए 5 प्रतिशत और अधिकतम 30 प्रतिशत तक वेटेज/प्रिफरेंस देने का प्रावधान किया जाए, ताकि सभी कर्मचारियों के साथ न्याय हो सके।
एसोसिएशन ने निदेशक से इस मांग पर सहानुभूतिपूर्वक विचार करते हुए शीघ्र निर्णय लेने का अनुरोध किया है।
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