रविवार, 29 जून 2025

साहिबा बानो ने खुशी तिवारी बन कर की शादी और ले ली जान

 

अनिरुद्धाचार्य से विवाह न होने का रोना बना जान का दुश्मन

- साहिबा बानो ने खुशी तिवारी बन कर की शादी और ले ली जान


'उम्र 45 साल हो गई है महाराज, 18 बीघा जमीन है लेकिन शादी नहीं हुई...' एक भावुक रील, जिसमें एक आदमी मंच पर बैठकर कथावाचक अनिरुद्धाचार्य के चरणों में बैठा एक शख्स बोल रहा था. उसकी आंखों में उम्मीद थी और चेहरे पर बेबसी.अपने अकेलेपन की व्यथा जाहिर कर रहा था. 

 गोरखपुर की एक महिला साहिबा बानो मोबाइल स्क्रीन पर स्क्रॉल कर रही थी. अचानक उसकी नजर इस वीडियो पर पड़ी. कुछ पल देखती रही... फिर ठहर गई. उसे अब न प्यार दिखा, न पीड़ा... उसे दिखी सिर्फ एक बात- 18 बीघा जमीन. बस, यहीं से शुरू हुआ वो खेल जिसने इंद्र कुमार तिवारी की जिंदगी छीन ली और एक रील को खूनी कहानी में बदल डाला.

साहिबा बानो ने एक नया नाम चुना- खुशी तिवारी. फर्जी आधार कार्ड बनवाया, खुद को ब्राह्मण लड़की दिखाया और इंद्र से संपर्क किया. बातचीत धीरे-धीरे भावनाओं की ओर मुड़ी और इंद्र की उम्मीदों को जैसे नया जीवन मिल गया. इंद्र, जो जबलपुर के बढ़वार इलाके के रहने वाले थे, खुशी की बातों में आ गए. शादी की बात तय हुई और वो 600 किलोमीटर दूर गोरखपुर पहुंच गए.

गोरखपुर में मंदिर के भीतर सिंदूर, जयमाला और शादी की रस्में पूरी की गईं. इंद्र को क्या पता था कि जिस खुशी तिवारी को उन्होंने पत्नी माना, वो असल में साहिबा बानो है- जो उससे शादी करने नहीं, बल्कि कत्ल का इरादा लेकर आई थी. शादी के कुछ घंटे बाद ही साहिबा ने अपने दो साथियों के साथ मिलकर इंद्र की चाकू से गोदकर हत्या कर दी. शव को कुशीनगर के हाटा थाना क्षेत्र के नाले के पास फेंक दिया गया.


6 जून को पुलिस को एक अज्ञात शव मिला. कई दिन तक पहचान नहीं हो सकी. पोस्टर छपे, हेल्पलाइन नंबर जारी हुआ. इस बीच जबलपुर पुलिस ने गुमशुदगी के आधार पर संपर्क किया और हुलिए के मिलान से पुष्टि हुई कि मृतक इंद्र कुमार तिवारी ही हैं. इसके बाद सर्विलांस, कॉल डिटेल्स और सोशल मीडिया रिकॉर्ड्स खंगाले गए. धीरे-धीरे साहिबा बानो का नाम सामने आया. पुलिस ने उसे और दो अन्य आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया.


जांच में यह भी सामने आया कि साहिबा ने कुशल नाम के युवक से भी शादी कर रखी थी. शक है कि कुशल को भी जमीन और पैसों का लालच देकर इस कत्ल में शामिल किया गया. पुलिस को शक है कि हत्या के बाद साहिबा खुद को इंद्र की विधवा बताकर जमीन पर हक जताने वाली थी. अब पुलिस यह पता लगाने में जुटी है कि यह पहली वारदात थी या साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी पहले भी इस तरह के शिकार बना चुकी है. हत्या के बाद बतौर पत्नी इंद्र कुमार तिवारी की 18 बीघा जमीन पर हड़पने का प्लान था. कुशीनगर पुलिस ने साहिबा बानो उर्फ खुशी तिवारी समेत हत्या में शामिल तीन आरोपियों को गिरफ्तार कर लिया है.  साभार जय प्रकाश ओझा

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