मंगलवार, 22 अगस्त 2023

शिव जी के पांच पुत्री का नाम से होगा कल्याण

 




इनके नाम है जया, विषहर, शामिलबारी, देव और दोतलि है. शिव जी के पांच पुत्री का नाम से होगा कल्याण। सर्प दंश और बुरे सपने से मिलेगा छुटकारा। 



शिव की बेटियों से अनजान थीं माता पार्वती



माता पार्वती को इस बारे में कोई जानकारी नहीं थी पर भगवान शिव इन नाग कन्याओं पर गणेश और कार्तिकेय की तरह ही प्रेम लुटाते हैं. वे हर दिन ब्रह्म मुहूर्त में सरोवर के पास जाकर पांच नाग कन्याओं से मिलते थे और उनके साथ खेलते थे. एक दिन माता पार्वती को संदेह हुआ कि शिव बिना बताए रोज सुबह कहां जाते हैं. एक दिन वह शिव का पीछा करते हुए सरोवर पहुंची और वहां भोलेनाथ को नाग कन्याओं के साथ पिता के समान स्नेह करते हुए देख क्रोधित हो उठीं.



देवी पार्वती हुईं क्रोधित



क्रोध के वशीभूत होकर उन्होंने पांचों नाग कन्याओं को मारना चाहा. जैसे ही उन्होंने मारने के लिए पैर उठाया तभी भोलेनाथ ने उन्हें रोक दिया और पुत्रियों के जन्म की सारी कथा बताई. भोलेनाथ ने कहा कि सावन मास की शुक्ल पक्ष की पंचमी के दिन जो इन नाग कन्याओं की पूजा करेगा, उनके परिवार को सर्पदंश का भय नहीं रहेगा, घर में अन्न-धन के भंडार भरे रहेंगे.

कोई टिप्पणी नहीं:

एक टिप्पणी भेजें