प्लाज्मा थेरेपी से चंगा होगा लीवर
नई थेरेपी से लीवर खराबी मरीजों को मिली राहत
संजय गांधी पीजीआई और किंग जार्ज डिकल विवि ने स्थापित की नई तकनीक
अब लिवर खराब मरीजों को प्लाज्मा रिप्लेसमेंट थेरेपी राहत देगा। संजय गांधी पीजीआई और किंग जार्ज मेडिकल विवि ने इस थेरेपी का सफल परीक्षण किया है। शुरुआती दौर के परिणाम काफी उत्साहित करने वाले साबित रहे है। लिवर फेल्योर के मरीजों को इस थेरेपी से काफी राहत मिली है। इस सफलता को शोध वैज्ञानिकों ने दुनिया के सामने रखा है। लिवर फेल्योर के स्थिति में इलाज के बहुत ही कम विकल्प है। लिवर ट्रांसप्लांट ही विकल्प होता है। वैज्ञानिकों ने लीवर खराबी के सोलह मरीजों पर शोध किया तो देखा कि लिवर खराबी के कारण होने वाली परेशानी में कमी होने के साथ लिवर की खराबी बताने वाले रासायनिक मार्कर के स्तर में सुधार हुआ। लीवर खराबी के 27 से 48 आयु वर्ग के सोलह मरीजों पर इस थेरेपी का प्रभाव देखने के लिए शोध किया गया। भर्ती होने के 11-25 दिनों के दौरान एक से तीन प्लाज्मा एक्सचेंज थेरेपी का इलाज दिया गया। थेरेपी के बाद सीरम बिलीरुबिन, आईएनआर , क्रिएटिनिन के स्तर में काफी सुधार देखा गया। 31 फीसदी मरीजों में हिपेटिक इनसेफलो ( एचई) का पूर्ण समाधान हुआ। 50 फीसदी में अनुकूल परिणाम रहा।
क्या है प्लाज्मा एक्सचेंज थेरेपी
प्लाज्मा एक्सचेंज थेरेपी में मरीज का प्लाज्मा निकालकर उसकी जगह उसी मात्रा में स्वस्थ रक्त दाता से एकत्र किए गए प्लाज्मा को ट्रांसफ्यूज( चढ़ाया ) किया जाता है। मरीज के शरीर में मौजूद हानिकारक एंटीबॉडी , साइटोकाइन, रासायनिक विषैले तत्व निकल जाते है।
इस टीम स्थापित किया नई तकनीक
किंग जॉर्ज मेडिकल यूनिवर्सिटी के मेडिसिन विभाग के डा. हिमांशु दांडू, इंटरनल मेडिसिन से डा. विवेक कुमार, संजय गांधी पीजीआई के गैस्ट्रो मेडिसिन के डा. अमित गोयल, ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन के डा. धीरज खेतान, किंग जार्ज मेडिकल विवि के ट्रांसफ्यूजन मेडिसिन से डा. तूलिका चंद्रा एवं डा. विपिन राज भारती ने ए प्रीमिलनरी एक्सपीरिएंस आफ प्लाज्मा एक्सजेंच थिरेपी इन लिवर फेल्योर विषय़ पर हुए शोध को एसिएशन जर्नल आफ ट्रांसफ्यूनजन मेडिसिन ने हाल में स्वीकार किया है
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