पीजीआई और अंबेडकर विवि देश में पहली तैयार करेंगे विशेषज्ञ
ट्रांसप्लांट कोआर्डीनेटक, स्टरलाइजेंशन सहित अन्य की शुरू होगी पढाई
दो साल के पाठ्यक्रम में होगी सैद्धांतिक और प्रेक्टिकल पढाई
संजय गांधी स्नातकोत्तर आयुर्विज्ञान संस्थान और बाबासाहेब भीमराव अम्बेडकर विश्वविद्यालय देश में पहली बार अस्पताल की सेवाओं से जुड़े चार विशेष पाठ्यक्रम शुरू करने जा रहा है। यह पाठ्यक्रम दो साल के होंगे एक साल सैद्धांतिक और एक साल प्रैक्टिकल होगा जिसमें दोनों संस्थान सहयोग करेंगे। चार सेमेस्टर में कोर्स पूरा होगा। पहले और तीसरे सेमेस्टर की पढ़ाई अम्बेडकर विवि में दूसरे और चौथे सेमेस्टर की पढ़ाई संस्थान में होगी।
संस्थान के अस्पताल प्रशासन विभाग के प्रमुख प्रो. राजेश हर्षवर्धन के मुताबिक पाठ्यक्रम की रूपरेखा तैयार कर लिया गया है। किसी भी अस्पताल में ओटी , वार्ड में जो कपडे ( लेनिन) इस्तेमाल होते है वह स्वच्छ होना चाहिए। इसके लिए विशेष मैनेजमेंट की जरूरत होती है। इसी तरह ओटी, वार्ड में तमाम उपकरणों का इस्तेमाल होता है जो स्टेरलाइज होना चाहिए। इसका खास तरीका होता है । अंग प्रत्यारोपण के लिए विशेष प्रशिक्षित कोआर्डीनेर की जरूरत होती है जिसे तमाम कानूनी पहलू के साथ व्यवहारिक ज्ञान होना चाहिए। अस्पताल में मरीज का रिकॉर्ड होता है जिसमें रिपोर्ट , केस हिस्ट्री होती है इसका रखरखाव बहुत ही अच्छे तरीके से होना चाहिए। देश में कही भी इसके विशेषज्ञ तैयार नहीं किए जाते है।
इन पाठ्यक्रमों की होगी पढ़ाई
इसकी जरूरत को देखते हुए एडवांस डिप्लोमा इन ट्रांसप्लांट कोर्डिनेटर सर्विस मैनेजमेंट, एडवांस डिप्लोमा इन सेंट्रल इस्टेरलाइजेशन सप्लाई सर्विस, एडवांस डिप्लोमा इन हॉस्पिटल लिनन एंड लॉन्ड्री सर्विस मैनेजमेंट, एडवांस डिप्लोमा इन मेडिकल रिकॉर्ड सर्विस मैनेजमेंट शुरू करने का फैसला लिया गया है। संस्थान के अस्पताल प्रशासन विभाग और बीबीएयू के स्कूल ऑफ वोकेशनल स्टडीज ने समझौता हुआ है।
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