मंगलवार, 7 नवंबर 2017

पीजीआइ और रूस मिल कर बढाएंगे टेली मेडिसिन का दायरा

पीजीआइ और रूस मिल कर बढाएंगे टेली मेडिसिन का दायरा

दोनों देशों के बीच तकनीक अादान -प्रदान के लिए हुअा करार

लो कास्ट टेली मेडिसिन सिस्टम विकसित करने पर होगा काम 

जागरण संवाददाता। लखनऊ 

भारत और रूस के ऱिश्ते के 70 वी वर्ष गांठ पर संजय  गांधी पीजीआइ में दोनों देशों को टेली मेडिसिन विशेषज्ञों ने करार किया है। इसके तहत इंडो रसियन फ्लेटफार्म बनेगा जो टेली मेडिसिन के विस्तार के हर स्तर पर एक दूसरे को मदद करेंगे। संस्थान के टेली मेडिसिन विभाग के प्रमुख प्रो.एसके मिश्रा, प्रो.यूसी घोषाल  रूस के डा. मिखालइल नाटेजन, डा. के सर्गी स्टेनेलोवेविच , डा. ई वान सहित अन्य ने बताया कि दोनों देश की 50 फीसदी से अदिक आाबादी ग्रामीण इलाकों में रहती है जहां पर अस्पताल और डाक्टर की व्यवस्था करना संभव नहीं है एेसे में टेली मेडिसिन ही एक बढिया विकल्प साबित हो सकता है। भारत में संजय गांधी पीजीआइ टेली मेडिसिन के क्षेत्र में 20 साल से काम कर रहा है । इस लिए इस संस्थान के जुड़ कर हम लोग तकनीक अादान प्रदान करेंगे। विशेषज्ञों ने बताया कि हम लोगों की कोशिश लो बजट टेली मेडिसिन सिस्टम दोनों देशों में स्थापित हो। कुछ तकनीक हमारे देश में अच्छी है तो कुछ रूस में दोनों में सहयोग होने से इस नई तकनीक का देश में विस्तार संभव है। हम लोग संयुक्त प्रोजेक्ट पर काम करेंगे। रूस के प्रतिनिधियों ने देश के कई सेंटरों से चल रही गतिविधियों को देखा और समझा। यूरेसिया डिवीजन के संयुक्त सचिव जीवी श्री निवासन , संस्थान के निदेशक प्रो. राकेश कपूर ने देश के टेली मेडिसिन सिस्टम के बारे में जानकारी देते हुए इस दिशा में रूस के सात काम करने की इच्छा जतायी। 

चेस्ट एक्स -रे देख साफ्टवेयर बताएगा टीबी

रूस के डा. मिखाइल नाटेजन ने बताया कि हम लोगों ने टेली मेडिसिन सिस्टम के लिए फुलोरो मेट्री नाम का एक साफ्ट वेयर बनाया है जो चेस्ट -एक्स-रे को फीड करते ही बता टीबी की जानकारी दे देघा। इस साफ्टवेयर का फायदा सुदुर इलाकों में रहने वाले मरीजों को मिलेगा।   

ब्रिक्स देशों से जुडेगा पीजीआइ टेली मेडिसिन

प्रो.एसके  मिश्रा ने बताया कि टेली मेडिसिन के जरिए पीजीआई ब्रिक्स( ब्राजील, रूस, चीन, साउथ अफेरिका)  देशों से जुडने की योजना पर काम कर रहा है। इसके लिए ब्रिक्स से मदद लेने की योजना पर काम हो रहा है । इससे हम लोग वहां के लोगों से मेडिकल के क्षेत्र में जानकारी ले सकते है और जानकारी दे सकते है। इसके साथ इलाज में भी सलाह लिया जाएगा। बताया कि देश के 50 मेडिकल कालेजों को पीजीआइ टेली मेडिसिन सिस्टम से जोडा जा रहा है। इन मेडिकल कालेजों में हमारे विशेषज्ञ पढाएंगे साथ ही इलाज में भी मदद करेंगे। पीजीआई टेली मेडिसिन सिस्टम से देश के 42 सेंटर जुडे है जिसमें मेडिकल कालेज के अलावा विदेश के संस्थान शामिल है।     

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