पीजीआइः 15 दिन की छुट्टी तो पूरे महीने का वेतन गुल
एनएसए ने कहा यह मानवाधिकार का उलंघन
संजय गांधी पीजीआइ में तैनात आउट सोर्स नर्सेज यदि किसी महीने 15 दिन पूरी मेहनत से काम करती है 16 वें दिन से गर्भावस्था, बीमारी या किसी अन्य कारण से 15 की छुट्टी लेती तो उस महीने उनका वेतन शून्य हो जाता है। एनएसए की अध्यक्ष सीमा शुक्ला ने नर्सेज के शोषण पर विरोध दर्ज कराते हुए कहा कि यदि इस शोषण के खिलाफ हम आंदोलन के लिए बाध्य हैं। एनएसए आंदोलन की चेतावनी देते हुए कहा इस नियम में बदलाव नहीं किया जाता है तो हम लोग सांकेतिक विरोध के बाद काम बंद कर सकते है। सीमा शुक्ला ने बताया कि लड़कियां प्रसव या किसी आवश्यक कार्य से 15 दिन की छुट्टी लेती है पूरे माह का वेतन नहीं दिया जाता है । यह तो पूरी तरह मानवाधिकार का उलंघन है। कहा कि आउट सोर्सिंग पूरी तरह बंद की जाए यह तो लड़कियों के शोषण का हथियार बन गया जिसमें संस्थान प्रशासन और ठेकेदार मिले हुए है।
संस्थान के साथ अनुबंध की शर्तों में ऐसा है कि चार दिन तक छुट्टी पर रहने के बाद एक दिन का वेतन कटता है इसके बाद पांचवें दिन दिन से दो दिन का वेतन कटता है जिसके कारण 15 दिन छुट्टी पर रहने पर पूरा वेतन शून्य हो जाता है। इस नियम में संस्थान को बदलाव करना है हम अपने पास पैसा तो नहीं देंगे .. इंचार्ज जीम वेंचर पीजीआ
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