डब्लूएचओ ने बनाया सुरक्षित प्रसव के
लिए चेक लिस्ट
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चाइल्ड बर्थ चेक लिस्ट से संभव हो सकता है सुरक्षित प्रसव
विश्व
स्वास्थ्य संगठन प्रदेश की डेढ़ लाख महिलाओं पर किया किया चेक लिस्ट पर शोध
कुमार
संजय। लखनऊ
विश्व
स्वास्थ्य संगठन ने ने सुरक्षित प्रसव और स्वस्थ्य शिशु में परेशानी कम करने के
लिए के चेक लिस्ट बनाया है जिसका इस्तेमाल कर मां और बच्चे में परेशानी को
काफी हद तक कम किया जा सकता है। चेक लिस्ट की उपयोगिता का अध्ययन उत्तर प्रदेश में
किया गया जिसमें देखा गया कि चेक लिस्ट का प्रयोग करने से मातृ मृत्यु दर में 10
से 15 की कमी लायी जा सकती है। विश्व स्वास्थ्य संगठन ने उत्तर प्रदेश को 'फ़ील्ड-टेस्ट
की तरह इस्तेमाल कर साबित किया है कि 'सुरक्षित
प्रसव चेकलिस्ट का पालन कर मातृ और नवजात शिशु को काफी हद तक सुरक्षित बनाया
जा सकता है। इस बात को न्यू इंग्लैंड जर्नल ऑफ मेडिसीन ने स्वीकार भी किया
है। विश्व स्वास्थ्य संगठन और यूपी सरकार की सहायता से हार्वर्ड यूनिवर्सिटी
और एरियान लैब , सामुदायिक सशक्तिकरण प्रयोगशाला लखनऊ में संयुक्त
रूप से 'बेहतर जन्म अध्ययन' नामक इस परियोजना
में डब्लूएचओ की सुरक्षित प्रसव चेकलिस्ट के बारे में जन्म सेवकों को
प्रशिक्षण में शामिल किया गया। 40 प्रशिक्षण सत्र में इन्हे चेक लिस्ट के
बारे में जानकारी दी गयी। शोध में उत्तर प्रदेश में 120 समुदाय स्वास्थ्य केंद्रों
में आयोजित यह शोध 10-15 तक मातृ एवं नवजात शिशु मृत्यु दर को घटाने का वादा करता
है। प्रदेश में प्रशिक्षित (जहां प्रशिक्षण के बाद कार्यबल को देखा गया) और
कंट्रोल (प्रशिक्षण के बिना कार्यबल को देखा गया) के कार्य
को प्रदेश के चार क्षेत्रों के 24 जिलों में देखा गया कि कितना फायदा
हुअ । इनके प्रशिक्षण को 1.57 लाख महिलाओं को प्रसव के दौरान देखा गया।
आठ
महीने के अध्ययन में पता चला है कि चेकलिस्ट के पालन से 70% तक सुधार
हुआ।देखा गया कि संक्रणण रोकने का तरीका हैंड हाइजिन मुख्य रूप से
प्रशिक्षित वर्ग में 35 फीसदी तक बढ़ गया। इसी तरह हाइपोथर्मिया और संक्रमण
से कम वजन वाले बच्चों को बचाने के लिए सबसे प्रभावी कंगारू केयर त्वचा से त्वचा
संपर्क सामान्य समूह में 11% के खिलाफ प्रशिक्षित समूह में 79% तक बढ़ गया।
स्तन पान शुरूआत अप्रशिक्षित में 3.5% से बढ़कर प्रशिक्षित समूह में 70% हो गई।
क्या है चेक लिस्ट
- भर्ती के समय रक्त दाब और बुखार देख कर एंटीबायोटिक, एंडी हाइपरटेसिंव दवा शुरू करनी है
- सर्विक्स के फैलाव को देखना है प्रसव का समय नजदीक अने पर 24
सेमी से अधिक हो जाता है और हर घंटे एक सेमी बढ़ता है इसलिए 30 मिनट दो घंटे, चार घंटे पर सर्विक्स को मेजर करना है
- दस्ताने साफ हो, हाथ एल्कोहल से साफ करने के बाद
ही छुए
- अक्सीटोसिन इंजेक्शन की वयवस्था सुनिश्चित करें
- सक्सन डिवाइस तैयार रखें
- मास्क , एंबू वैग तैयार रखें
- प्रसव के बाद रक्त स्राव पर नजर रखे रोकने से यूट्रस मसाज, यूट्रोटोनिक का इस्तेमाल करें, अईवी फ्लूड चलाएं.
कारण को दूर करें
- शिशु को स्तनपान कराएं
- महिला में बुखार, रक्तदाब पर नजर रखें
-शिशु के सांस पर नजर रखें, बुखार है तो
एंटीबायोटिक शुरू करें, कम वजन है इसके लिए जो सुविधा है
उसका इस्तेमाल करें
-शिशु को साफ तैलिया , कपडें में रखें
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