रविवार, 3 दिसंबर 2017

स्कैलोडर्मा के 90 फीसदी मरीज त्वचा रोग विशेषज्ञ के पास करते है बर्बाद समय

पीजीआइ में अाइराकान-2017



स्कैलोडर्मा के 90 फीसदी मरीज त्वचा रोग विशेषज्ञ के पास करते है बर्बाद समय

भारत ही नहीं अास्ट्रेलिया में भी यही हाल

बीमारी का पता देर से लगने के कारण बढ़ रही है गंभीरता

स्कैलोडर्मा के 90 फीसदी मरीज त्वचा रोग विशेषज्ञ के पास भटकते रहते है इससे उनकी यह बीमारी और बढ़ जाती है। एेसे में बीमारी के गंभीर होने पर मरीज के मौत की आशंका बढ़ जाती है। इस लिए इस बीमारी के लक्षण प्रकट होते ही है रूमैटोलाजिस्ट से सलाह लेकर बीमारी को वहीं पर रोक कर जिंदगी को काफी हद तक सामान्य किया जा सकता है। एेसे केवल भारत में नहीं अास्ट्रेलिया जैसे देशों में भी होता है। संजय गांधी पीजीआइ में इंडियन एसोसिएशन अाफ रूमैटोलाजी के वार्षिक अधिवेशन में भाग लेने अाए रायल एलीज हास्पिटल अास्ट्रेलिया के और पीजीआई लखनऊ के एल्यूमिनाई  प्रो. प्रवीण हिसारिया ने बताया कि इस बीमारी में शरीर में एंटी न्यूक्लियर एंटी बाडी बन जाती है। यह एंटी बाडी त्वचा के साथ ही फेफडो, खाने की नली, किडनी, मांस पेशियों में सूजन पैदा कर देती है। शुरूअात त्वचा के साथ होती जिसकी वजह से मरीज त्वचा रोग विशेषज्ञ के पास जाते है। समय पर सही इलाज न मिलने से बाकी अंग प्रभावित हो जाते है। इस बीमारी का पता लगाने के लिए एंटी न्यूक्लियर एंटीबाडी के साथ ही ईएनए प्रोफाइल कराना चाहिए। एंटीबाडी पाजिटिव है तो तुरंत इलाज शुरू कर बीमारी को वहीं पर रोका जा सकता है। देखा गया है कि इस बीमारी के एससीएल-70, एंटी सेंट्रोमीयर, एंटी फ्रिबलीन, अारएवए पालीमरेज , टीएचअो एंटीजान के कारण बीमारी होती है जिसके क्रियाशीलता को कम किया जाता है। इलाज के लिए दो तरह के वेसोडाइलेटर देते है एक है कैल्शियम चेनल ब्लाकर और पीडी 5 इनहैबिटर जिससे मरीज को काफी अाराम मिल जाता है। 

यह है तो त्वचा रोग विशेषज्ञ के पास समय न करें नष्ट

स्कैलोडर्मा में त्वचा मोटी हो जाती। त्वचा का लचीला पन खत्म हो जाता है। कई बार त्वचा पर स्कार बन जाता है। इसके अलावा सांस लेने, खाना निगलने में परेशानी होती है। ठंड में ऊंगलिया नीली पड़ जाती है। देखा गया है कि यदि बीमारी कुहनी और घुटने के ऊपर त्वचा में पहुंच गयी है तो यह कैसर की तरह खतरनाक साबित हो सकता है। देखा 30 से 35 फीसदी लोगों में बीमारी कुहनी और त्वचा के ऊपर पहुंच जाती है जिसे डिफ्यूड स्कैलोडर्मा कहते हैं। 



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