नान क्लीनिकल को बना दिया डीएम जेनटिक्स का छात्र
पीजीआइ ने जताया एतराज कहा संभव नहीं है इनसे मरीजों का मैनेजमेंट
नान क्लीनिकल करेंगे कैसे इलाज
जागरण संवाददाता। लखनऊ
संजय गांधी पीजीआइ के जेनटिक्स विभाग में डीएम इन क्लीनिकल जेनटिक्स के लिए भी तक एमडी बाल रोग, प्रसूती या मेडिसिन को प्रवेश मिलता रहा है । इस बार नीट के जरिए एमडी फिजियोलाजी, एनाटमी जैसे नान क्लीनिकल विषय से एमडी करने वालों को चयनति कर डीएम क्लीनिकल जेनटिक्स का छात्र बना दिया। विभाग का कहना है कि इस विशेषज्ञता में प्रवेश के लिए एमसीअाई ने अहर्ता के लिए एमडी बाल रोग, प्रसूती , मेडिसिन या अन्य लिख दिया जिसके कारण नान क्लीनिकल को प्रवेश मिल गया। नान क्लीनिकल से एमडी करने वाले लोग मरीजों को मैनेज नहीं करते है यह केवल टीचिंग विशेषज्ञता है। इनसे मरीजों को कैसे मैनेज कराया जा सकता है । विभाग के कहना है कि हमने एमसीआइ से इस पर एतराज जताया है लेकिन अभी तक कोई कदम नहीं उठाया गया। विभाग के संकाय सदस्यों का कहना है कि हमारे विभाग में कई बार गंभीर बच्चे, महिलाएं अाती है जिन्हे सही समय पर सही इलाज दे कर मैनेज करना होता है जो एमडी एनाटमी, पैथोलाजी, माइक्रोबायलोजी किया होगा वह मरीज को कैसे मैनेज करेगा। दूसरी तरफ नान क्लीनिकल विषय से डीएम क्लीनिकल जेनटिक्स में प्रवेश लेने वाले छात्रों की क्या गल्ती है जो अहर्ता दी गयी थी उसे पूरा किया है
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