रविवार, 29 अक्तूबर 2017

ब्रेन स्ट्रोक साबित हो रहा है विकलांगता और मौत का तीसरा बडा कारण

ब्रेन स्ट्रोक साबित हो रहा है विकलांगता और मौत का तीसरा बडा कारण

15 फीसदी युवा भी हो रहे है ब्रेन स्ट्रोक के  शिकार
पीजीआइ में स्ट्रोक के 4.5 घंटे के अंदर पहुचने वाले लोगों के लिए विशेष ध्यान 


  जागरणसंवाददाता। लखनऊ
ब्रेन स्ट्रोक मौत और विकलांगता का तीसरा सबसे बड़ा कारण है। सर्दियों के मौसम में इसकी आशंका 53 प्रतिशत तक बढ़ जाती है। वर्ल्ड स्ट्रोक डे (29 अक्तूबर) के मौके संजय गांधी पीजीआइ के न्यूरोलाजी विभाग के प्रमुख प्रो,सुनील प्रधान, प्रो, संजीव झा , प्रो.वीके पालीवाल और प्रो.विनीता मनी ने कहा कि हमारे पास ब्रेन स्ट्रोक के जो मरीज अते है उनमें से अधिकांस मामलों में  उच्च रक्त चाप बडा कारण होता है। कहा कि  ब्रेन स्ट्रोक मृत्यु और विकलांगता का एक प्रमुख कारण है। जीवनशैली और खान-पान की आदतों में बदलाव के कारण उम्रदराज लोग ही नहीं बल्कि युवा भी तेजी से इसकी चपेट में आ रहे हैं। स्ट्रोक के शिकार लोगों में करीब 28 प्रतिशत 65 वर्ष से कम आयु के हैं और 10-15 प्रतिशत लोग 40 वर्ष से कम आयु के। इसका इलाज भी काफी महंगा होता है, इसलिए जरूरी है कि इसके लक्षणों को पहचान कर तुरंत ही इसका उपचार किया जाए। शारीरिक रूप से सक्रिय रह कर काफी हद तक स्ट्रोक से बचा जा सकता है। हम लोग 4.5 घंटे के अंदर पहुंचने वाले मरीज पर विशेष ध्यान देते है जिससे उनमें परेशानी कम हो जाती है। 

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