पीजीआई में इंडियन सोसाइटी ऑफ पेन क्लीनिक का अधिवेशन आज
पीआरपी थेरेपी से घुटने के दर्द से लंबे समय तक राहत
लखनऊ। ओस्टियोआर्थराइटिस तेजी से बढ़ रहा है। विशेषज्ञों के अनुसार यह समस्या 40 साल की उम्र के बाद अधिक पाई जाती है और लगभग हर दूसरा मध्यम व बुज़ुर्ग व्यक्ति इससे किसी न किसी रूप में प्रभावित मिलता है। ऐसे समय में संजय गांधी पीजीआई में शुरू हुई प्लाज़्मा आधारित उन्नत तकनीक घुटने के दर्द से जूझ रहे मरीजों के लिए बड़ी उम्मीद बनकर सामने आई है।
संस्थान ने प्लेटलेट-रिच प्लाज़्मा (पीआरपी) थेरेपी से घुटने के दर्द से राहत देने की तकनीक स्थापित की है और अब तक 50 से अधिक मरीजों पर इसका परीक्षण कर चुका है। विशेषज्ञों के अनुसार इस थेरेपी के बाद मरीजों को 80 से 90 प्रतिशत तक दर्द में आराम, चलने-फिरने में सुगमता और वेट-बियरिंग एक्सरसाइज करने की क्षमता बढ़ जाती है, जिससे मांसपेशियों में मजबूती आती है।
सबसे महत्वपूर्ण बात—यह थेरेपी 5 हजार रुपये में उपलब्ध है और इसका असर एक से डेढ़ साल तक बना रहता है। इससे घुटना प्रत्यारोपण की आवश्यकता भी कई मामलों में टल सकती है। जिसमें दो से ढाई लाख खर्च आता है।
यह जानकारी विभाग के प्रमुख प्रो. संजय धीरज, प्रो. सुजीत गौतम, प्रो. संदीप खूबा और प्रो. चेतना शमशेरी ने दी। विभाग दो दिवसीय इंडियन एसोसिएशन ऑफ पेन क्लीनिक का आयोजन कर रहा है, जिसमें लो बैक पेन , गर्दन दर्द तथा कैंसर मरीजों में दर्द से राहत देने वाली आधुनिक तकनीकों पर चर्चा होगी।
उन्नत तकनीकें भी स्थापित
विशेषज्ञों ने बताया कि विभाग कई ऐसी उन्नत तकनीकें भी स्थापित कर चुका है जो दर्द में लंबी राहत देती हैं। इनमें रेडियो फ्रीक्वेंसी एब्लेशन , नर्व ब्लॉक और न्यूरो मॉड्यूलेशन शामिल हैं। सम्मेलन में इन तकनीकों के विस्तार और नए छात्रों को प्रशिक्षण देने पर विशेष सत्र होंगे।
ओस्टियोआर्थराइटिस क्या है
ओस्टियोआर्थराइटिस जोड़ों का एक अपक्षयी रोग है जिसमें कार्टिलेज घिसने लगता है। इससे घुटनों, कमर और गर्दन में दर्द, सूजन और अकड़न होती है। सही व्यायाम, वजन नियंत्रण और पीआरपी थेरेपी से इसके लक्षणों में राहत मिल सकती है।
सोमवार से शुक्रवार तक मिलती है सलाह
विशेषज्ञों ने बताया कि न्यू ओपीडी भवन में सोमवार से शुक्रवार तक रोज पेन क्लीनिक ओपीडी होती है जहां पर मरीजों को सलाह दी जाती है। जरूरत पड़ने पर भर्ती करने के लिए वार्ड और डे-केयर वार्ड की सुविधा उपलब्ध है।

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