गुरुवार, 8 अक्तूबर 2020

एसी से कमजोर कर सकती है आप की आंख .... 1.15 फीसदी लोगों की नजर है कमजोर


 एसी से कमजोर कर सकती है आप की आंख 





1.15 फीसदी लोगों की नजर है कमजोर
80 फीस दी लोगों में दूर की जा सकती है नेत्र की परेशानी

 
कुमार संजय। लखनऊ

 एसी में जो लोग लंबे समय तक रहते है उनकी आंख सूख सकती है। आंख में आंसू कम होने पर काली पुतली सूख जाती है जिससे रोशनी कम हो सकती है। इसे ड्राई आई कहते हैं। एसी में लंबे समय तक रहने वाले लोगों में ड्राई आई की परेशानी दूसरे लोगों की तुलना में अधिक देखी गयी है। एसी में रहने वाले लोगों को यदि किसी तरह की परेशानी हो रही है तो वह विशेषज्ञ से सलाह लें। कृत्रिम आंसू आने लगा है जिससे आंख का सूखा पन दूर कर किया जा सकता है। विश्व दृष्टि दिवस के मौके पर संजय गांधी पीजीआई के नेत्र रोग विशेषज्ञ प्रोफेसर विकास कनौजिया के मुताबिक

  प्रदेश में सौ मे से 1.15 लोग की नजर कमजोर है। कारण मोतिया बिंद, ग्लूकोमा, रीफेलेक्शन(नजर कमजोर), काला मोमितया , सर्जिकल कंपलीकेशन है। विशेषज्ञों का कहना है कि 80 फीसदी मामले में अंधपन को दूर किया जा सकता है। बर्शेते उनको सही समय पर सही इलाज मिल जाए। कहते है कि 73 फीसदी ममलों में मोतियाबिंद, 9 फीसदी मामलों में रीफलेक्शन, 8 फीसदी मामलों में ग्लूकोमा, दो फीसदी मामलों में सर्जिकल कंपलीकेशन के कारण रोशनी की परेशानी होती है। 





 एक हजार में से एक बच्चे की नजर कमजोर 

पीजीआई के नेत्र रोग विशेषज्ञ डॉक्टर आलोक कुमार के मुताबिक
भारत में एक हजार मे से 0.8 फीसदी बच्चों की नजर कमजोर है। इन्हें साफ दिखायी नहीं देता है। बच्चों को यदि देखने में परेशानी है तो आंख की जांच करानी चाहिए। 


कभी मत डाले आंख में यह दवा 
आंख में लाली आने पर अपने मन से कभी आई ड्राप नहीं डालना चाहिए। प्रो.विकास कनौजिया के मुताबिक आंख में एलर्जी होने पर आंख लाल हो जाती है। जलन होता है देखा गया है कि कई लोग अपने मन से आंख में दवा डाल लेते हैं। आंख में प्रिडलीसिलोन, डेक्सामेथासोन और वेटनसांल युक्त दवा कभी भी बिना डाक्टरी सलाह के लिए नहीं डालना चाहिए। 

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