शुरुआती दौर में स्तन कैंसर का 100 % इलाज संभव
स्तन कैंसर जागरूकता माह
यदि किसी भी महिला को स्तन के आकर में परिवर्तन लग रहा है। कोशिकाओं की अनियंत्रित वृद्धि हो रही। स्तन के आसपास गांठ प्रतीत हो रही है। तो तुरंत डॉक्टर की सलाह लें। क्योंकि यह स्तन कैंसर के लक्षण हो सकते हैं। पीजीआई के ब्रेस्ट और इंडोक्राइन सर्जन प्रो. गौरव अग्रवाल बताते हैं कि यदि स्तन कैंसर का पता शुरुआती दौर में चल जाय तो इसका 100 फीसदी इलाज सभंव है। पीजीआई में स्तन कैंसर जागरूकता माह के तहत आयोजित वेबिनार में रेडियोथेरेपी विभाग के प्रमुख डॉ. पुनीता लाल, डायटीशियन निरुपमा सिंह ने विचार रखे।
30 फीसदी में स्तन कैंसर
महिलाओं में हर प्रकार के कैंसर में 30 % स्तन कैंसर होता है। जिनके घर में कोई महिला स्तन कैंसर से पीड़ित है, तो उसके घर की लड़कियों और महिलाओं में इसके होने की अधिक आशंका रहती है। मासिक धर्म का पहले होना, हार्मोनल गर्भनिरोधक दवाएं, एक्सरे, सिटी स्कैन के संपर्क में आने से इसकी आशंका अधिक रहती है।
पांच तरीक़े से इलाज संभव डॉ. अग्रवाल बताते हैं कि स्तन कैंसर इलाज के पांच उपाय हैं। इसमें ऑपरेशन, रेडियोथेरेपी, कीमोथेरेपी, हार्मोन थिरेपी और बायोलाजिकल विधि है।
बचाव -स्तन कैंसर के प्रति हर उम्र की युवतियों और महिलाओं में जागरूकता -20 साल से ऊपर की युवती औऱ महिलाओं को खुद से स्तन की जांच करें। देखे की स्तन के आकार में बदलाव, गांठ आदि दिखने पर डॉक्टर की परामर्श लें -40 से ऊपर की महिलाओ को साल में डॉक्टर से स्तन की जांच करानी चाहिए।
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