पीजीआइ महीने भर काम 26 दिन का वेतन
एजेंसी नहीं दे रही है चार दिन की छुट्टी का पैसा
जागरण संवाददाता। लखनऊ
संजय गांधी पीजीआई में आउट सोर्स कर्मचारियों को पूरा वेतन नहीं दिया जा रहा है। संस्थान में पेशेट हेल्पर, डाटा इंड्री आपरेटर, नर्स, लैब एवं एक्स-रे टेक्नीशियन, फिजियोथिरेपीस्सिट, फार्मासिस्ट सहित कई पदों पर एक हजार से अधिक आउट सोर्स कर्मचारी कई एजेंसियों के जरिए तैनात है। कर्मचारियों से महीने भर काम काम लिया जाता है लेकिन वेतन उन्हें केवल 26 दिन का दिया जाता है। नर्सिग एसोसिएशन की अध्यक्ष सीमा शुक्ला सहित अन्य कर्मचारी नेताओं के कहना है कि कर्मचारियों को शोषण हो रहा है। काम से हटा दिए जाने के डर से कर्मचारी कम वेतन पर भी काम करने को मजबूर है।
कार्यरत कर्मचारियों का कहना है कि महीने भर काम करवाने के बाद उन्हें 26 दिन का वेतन दिया जा रहा है, जबकि नियम के मुताबिक मिलने वाले चार साप्ताहिक अवकाश का भुगतान एजेंसी नहीं कर रही है। कर्मचारी महासंघ (एस) की अध्यक्ष सावित्री सिंह का कहना है कि उच्च अधिकारियों इस पर ध्यान नहीं दे रहे है। जो कर्मचारी ओवर टाइम करते हैं उसका भुगतान भी नहीं किया जा रहा है। सीमा शुक्ला का कहना है कि कर्मचारी नेताओं का कहना है कि किसी कारण से 15 दिन की छुट्टी लेने पर नर्सेज का वेतन उस महीने का शून्य हो जाता है यह कहां का न्याय है। मांग किया कि पहले से तैनात कर्मचारियों का पहले न्याय किया जाए उसके बाद नई तैनाती की जाए। संस्थान नर्सेज की 13 सौ तैनाती करने जा रहा है इसके लिए निदेशक का पावर सीज नहीं है।