डाक्टर के साथ दिखाया इंजीनियरी का हुनर
देशी मेड विज लर्निग सिस्टम से आसान हुई पढाई
कुमार संजय। लखनऊ
कोरोना संक्रमण से बचाव के लिए लाक डाउन में पढाई न रूके और लाक डाउन खत्म होने के बाद भी घर बैठे जब चाहे पढाई करें शारीरिक दूरी बनी रहे इसके लिए हमेशा बीमारी के इलाज के कौन सी दवा कितनी देनी है या बीमारी के इलाज के सर्जरी करने वाले हमेशा नश्तर चलाने वाले डाक्टर ने देशी लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम बनाया है जो आज प्रचलित लर्निग ऐप से काफी हद तक सुरक्षित है। सिस्टम का क्लाउड( सर्वर) देश में ही है जिससे डाटा चोरी होना का कोई शक नहीं है। डाक्टरी करने वाले यह डाक्टर है संजय गांधी पीजीआई के डा. अजय शुक्ला और फोर्टीस अस्पताल के सर्जन डा. अलोक तिवारी जिन्हों ने सूचान विभाग का हनुर दिखायाहै। मेडविज लर्निंग मैनेजमेंट सिस्टम को राजीव गांधी यूनिवर्सिटी आफ हेल्थ साइंस के समस्त कॉलेज के आलावा भोपाल और बनारस के शिक्षण संस्थानों ने अपनाया है। दावा है कि पांच हजार मेडिकल छात्र इस सिस्टम से पढाई कर रहे है। यह सिस्टम पेस बुक, जी मेल की तरह काम करता है जिससे पाठन सामग्री को सुरक्षित रखा जा सकता है। सिस्टम पर कंट्रोल भी तीन स्तर है जिसमें अध्यापक , छात्र सहित अन्य अलग –अलग हस्ताक्षेप का नियंत्रण है। इसके बारे डा. अजय शुक्ला ने बताया कि जूम के बारे में जब पता चला कि डाटा लीक हो रहा है तो हम लोगों ने विशेष सिस्टम बनाने की दिशा में काम किया जिसे लोग पसंद कर रहे है। डाक्टरी पेशे और पढाई के बीच सूचना तकनीक पर काम करने के लिए एक्सट्रा मेहनत की जरूरत थी जो साकार हुआ। हम विभिन्न 3D ऐनिमेशन टेक्नीक पर भी काम कर रहें हैं जो आपके सीखने के अनुभव को और भी आसान करता है। इसमें सहयोग डा. स्वपना वर्मा और डा.आलोक वर्मा का भी सहयोग है। यह दोनों लोग बंगलौर में है। www.amci.net.in( डब्लूडब्लूडब्लू.एएमसीआई,नेट,इं न पर जाकर इस सिस्टम में शामिल हुआ जा सकता है।
1. वर्चूअल क्लास रूम
एक बार रेजिस्टर होने के बाद आप अपने आईडी पास्वर्ड और लिंक की सहायता से लोगों को इससे जोड़ सकते हैं। 200 तक छात्रों के लिए वर्चूअल क्लास रूम ।आप ऐसी कई कक्षाएँ ले सकते हैं। शिक्षक पीपीटी वीडियो ऐनिमेशन सारे ही माध्यम से पढ़ा सकता है अटेंडन्स ,पोल,असाइनमेट ,इंटरैक्शन की पूरी सुविधा हैं ।ऑनलाइन प्रशिक्षण सामग्री का आसान निर्माण। ऑनलाइन टेस्ट की सुविधा
2. -इस प्रणाली को हमने तीन स्तर में बाँटा है,विद्यार्थी,शिक्षक और प्रबंधक।प्रबंधक शिक्षक के कार्यों पर निगरानी और सुझाव दे सकता है और जान सकता है की पूरे संस्थान में कौन कितनी क्लास कैसे ले रहा है,कितने लोग सम्मलित हों रहें हैं। रिपोर्ट, ट्रैक, विश्लेषण आदि की पूरी सुविधा है
3.- ऑनलाइन, ऑफलाइन ,मोबाइल और कम्प्यूटर माध्यमों से आसानी से जुड़ सकते हैं। विश्व भर में कँही भी ऐक्सेस कर सकते हैं
4. – आपके डेटा की सुरक्षा एंक्रिप्शन तकनीक से की जाती है।आपके अलावा दूसरा कोई भी जब तक आप ना चाहें आपका कांटेंट नही देख सकता है।
5. कांटेंट इंटरापरबिलिटी , वेब कॉन्फ्रेंसिंग और तृतीय-पक्ष एकीकरण, इन बिल्ट वीडियो प्लेयर और सहज डैशबोर्ड ,वाइट बोर्ड आदि आपका कार्य बहुत आसान कर देते हैं।
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