सोमवार, 25 फ़रवरी 2019

शरीर में सारे अंग उलट पुलट फिर भी पैंक्रियाज के ट्यूमर की हुई सर्जरी

उत्तर भारत का पहला मामला जिसमें हुई केवल पैक्रियाज के ट्यूमर की सर्जरी  


शरीर में सारे अंग उलट पुलट फिर भी  पैंक्रियाज के ट्यूमर की हुई सर्जरी

दस लाख में एक होते है जिनमें  सारे अंग सामान्य लोगों से उल्टा




दस लाख में एक व्यक्ति ऐसा होता जिसमें जंम से ही शरीर के अंदर के सारे भीतरी सामान्य लोगों से अलग उल्टे स्थान पर होते हैं। ऐसे में लोगों में सर्जरी के लिए विशेष प्लानिंग की जरूरत होती है क्योंकि सारे उपकरण और सर्जन के हाथ राइट हैंड पर सेट होते हैं। संजय गांधी पीजीआई के गैस्ट्रोसर्जन प्रो. आनंद प्रकाश अपने सहयोगी डा. विश्वनाथ, डा. सोमनाथ और एनेस्थेसिया विशेषज्ञ प्रो. आशीष कनौजिया के सहयोग से  एक ऐेसे से मरीज जिसके शरीर में सारे अंग उल्टे थे उसमें पैक्रियाज के ट्यूमर की सर्जरी सफलता पूर्वक करने में कामयाबी हासिल की है। यह उत्तर  भारत का पहला मामला है जिसमें इस तरह के मरीज में ट्यूमर की सर्जरी कर स्पलीन को भी बचाया गया है। प्रो. आनंद प्रकाश के मुताबिक 26 वर्षीय सगुन पेट की दर्द की परेशानी लेकर विहार से यहां रिफर हो आयी क्योंकि पेट दर्द के कारण जब वहां के डाक्टरों ने अल्ट्रासाउंड कराया तो देखा कि सब कुछ उल्टा है।  अमूमन ट्यूमरे के साथ स्पलीन भी निकाल दिया जाता है लेकिन हमने इसे बचाते हुए ट्यूमर निकाल दिया अब सगुन पूरी तरह ठीक है। 

लेफ्ट के बजाए राइट साइड था दिल 
 इसे डाक्टरी भाषा में साइटस इनवरसेस टोटलिस कहते है जिसमें दिल लेफ्ट के बजाय राइट साइड, लिवर राइट के बजाय लेफ्ट, स्पलीन लेफ्ट के बजाय राइट , फेफडा में आपस में उल्टे था। हमने परीक्षण कराया तो पता चला कि पैक्रिया के पिछले हिस्से में ट्यूमर है जिसका इलाज केवल सर्जरी था लेकिन समस्या थी सब लेफ्ट हैंड होना था जिसके लिए पहले पूरी प्लानिंग किया।

स्पलीन निकले से बढ़ जाती है चेस्ट इंफेक्शन की आशंका
प्रो. आनंद प्रकाश ने बताया कि स्पलीन निकालने से चेस्ट इंफेक्शन की आशंका बढ़ जाती है। यह 26 साल की लड़की है पूरा जीवन पड़ा है ऐेसे में आगे भी कोई परेशानी न हो इस बात को ध्यान में रख कर स्पलीन को बचाया गया। 

सही समय पर ट्यूमर का चला पता नहीं तो जान पर होता खतरा

प्रो.आनंद प्रकाश ने बताया कि पेट में दर्द के साथ तुरंत आ गयी । कैंसर का प्राथमिक स्टेज  में पता चल गया जिससे इलाज काफी सफल हो गया यदि यही लेट स्टेज में आती तो काफी परेशानी खड़ी हो जाती । 

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