मंगलवार, 5 फ़रवरी 2019

पीजीआई में लैंप लाइटिंग सिरोमनी- नर्सेज को तकनीक और मानवता के बीच रखना होगा सामंजस्य

पीजीआई में लैंप लाइटिंग सिरोमनी
नर्सेज को तकनीक और मानवता के बीच रखना होगा सामंजस्य
व्यवहार नहीं ठीक तो काबलियत बेकार


काबलियत कितनी भी हो लेकिन व्यवहार ठीक नहीं है तो सब बेकार है।  यह खास तौर पर नर्सेज के ऊपर लागू होता है यदि वह मरीज से ठीक तरीके से बात नहीं करती है तो कितनी भी काबलियत हो वह मायने नहीं रखता । मरीज दर्द और परेशानी के साथ आता साथ में उसके तीमारदार भी परेशान होते है ।  वार्ड की नर्स से प्यार दो शब्द बोल दे तो उसकी आधी परेशानी अपने आप कम हो जाती है। संजय गांधी पीजीआई के नर्सिंग कालेज के स्थापना दिवस अौर लैंप लाइटिंग समारोह में संस्थान के निदेशक प्रो.राकेश कपूर ने कहा कि मृदु भाषी बने। नर्सिग की पढाई कर रही छात्राअों के कहा कि वह अच्छी नर्स के साथ ही अच्छा इंसान बन कर यहां से निकलें। समारोह के मुख्य अतिथि  राज्य मंत्री स्वाती सिंह ने कहा कि नर्सेज लोगों के जीवन लैंप लाइिटंग करती है यह मां से भी ऊपर है क्योंकि कई बच्चों की रोज देख-रेख करती है। कहा कि परिवार के लोगों से भी बात करके उनकी परेशानी कम कर सकती । मरीज के घर वाले काफी परेशान होते हैं। मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो. अमित अग्रवाल ने कहा कि   इस कभी अपना टेंपर लूज न करें। काम के दबाव के साथ अपने को सामान्य बनाए रखें। नर्स अस्पताल की हृदय है बिना इनके अस्पताल संभव नहीं है। कालेज आफ नर्सिग के नोडल आफीसर प्रो. संजय धीराज कहा कि  अब नई तकनीक और मानवीय संवेदना दोनों के साथ नर्स को सामंजस्य बनना है । दोहरा चैलेंज है जिसे स्वीकार करना है। आईसीयू में नई तकनीक की मशीने लगी है जिसे नर्स ही आपरेट करती है। एक्सजीक्यूटिव रजिस्ट्रार प्रो. सोनिया नित्यामंद, डीन प्रो.एसके मिश्रा ने कहा कि बिना नर्स के कोई भी इलाज या ट्रांसप्लांट संभव नहीं है। आईसीयू में तो परिवार के लोग जा ही नहीं सकते ऐसे में नर्सेज ही मरीज की सफाई से लेकर नर्सिग केयर सारा काम करती है। इस मौके पर एनेस्थेसिया विभाग के प्रमुख प्रो. अमित अग्रवाल, न्यूक्लीयर मेडिसिन के प्रो. एके शुक्ला, चीफ सेनटरी इंसपेक्टर बीपी शर्मा, कर्मचारी संघ की अध्यक्ष सावित्री सिंह सहित कई लोगों ने नर्सिग छात्रों को बधाई दी।     

बीएससी की छात्रों ने ली शपथ
लैंप लाइटिंग समारोह में अग्नि को साक्षी मानकर सेवा की शपत छात्रों ने लिया। पहले साल की किताबी पढाई के बाद अब यह छात्र वार्ड में मरीजों के साथ काम करके प्रैक्टिकल ज्ञान हासिल करेंगी। 

  
 
इन टापरों को मिला सम्मान
बीएससी फोर्थ ईयर- प्रथम- प्रियंका राय, दूसरा - राखी रावत , तीसरा- ऋतिका
बीएससी थर्ड ईयर- प्रथम- निकिता तिवारी, दूसरा- रसिका लाल, तीसरा- श्वेता रावत
बीएससी सेकेंड ईयर- मीनाक्षी मिश्रा, दूसरा स्थान- नेहा सिंह, तीसरा स्थान- शिखा भदौरिया
बीएसएसी फर्सट ईयर- प्रथम- दीपांशी, दूसरा -अंशिका सिंह , तीसरा स्थान- सुजैन पाल

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