रविवार, 15 जुलाई 2018

प्लास्टिक सर्जरी केवल सुंदर ही नहीं बल्कि सामान्य कर रहा है दुरूह जिंदगी



प्लास्टिक सर्जरी केवल सुंदर  ही नहीं बल्कि सामान्य कर रहा है दुरूह जिंदगी

पीजीआई ने खोजी जबड़े के जोड़ के सर्जरी की नई तकनीक
 
अब चेहरे के बनावट में नहीं आएगी खराबी



प्लास्टिक सर्जरी केवल सुंदरता निखारने वाली सर्जरी नहीं रह गयी है। शरीर की बनावटी खराबी के असामान्य जिंदगी को सामान्य करने के लिए कई तकनीक विशेषज्ञों ने विकसित की है। एेसी ही एक परेशानी कई बार होती है जिसमें बच्चे के ढ़डी पर चोट लगने के कुछ महीने बाद मुंह नहीं खुल रहा तो संभव है कि बच्चे के ऊपरी और निचले जबड़े का जोड़ टूट गया हो जिसके कारण जबड़े का मूवमेंट न हो पा रहा हो। अब इस जोड़ को ठीक करने की नई तकनीक संजय गांधी पीजीआई के प्लास्टिक के प्लास्टिक सर्जन प्रो.अंकुर भटनागर ने विकसित की है। इस नई तकनीक का नाम है सिलिकांन सीट इंट्रा पोजीशन आर्थोप्लास्टी। पहले डेंटल सर्जन जोड़ के पास बढ़ी हड्डी का बड़ा हिस्सा निकाल कर जबड़े का मूवमेंट ठीक करते थे जिससे चेहरे में विकृति आ जाती थी। नई तकनीक में जोड़ के बीच बढ़ी हड्डी के बीच से केवल दो मिली का हिस्सा निकाल कर उसमें सिलिकांन सीट लगाते हैं। इससे हड्डी आपस में दोबारा नहीं जुड़ती और जबड़े का मूवमेंट सही तरीके से होता रहता है। बच्चे का मुंह आसानी से खुलने लगता और चहरे पर कोई बनावटी कमी नहीं आती है। प्रो.अंकुर ने इस तकनीक से अब दस बच्चों की जबड़े की चाल को ठीक किया है। इस खोज को उन्होंने हाल में ही र्वल्ड कांग्रेस आफ मैक्सीफेसियल सर्जरी में प्रस्तुत किया था।  प्रो.अंकुर ने बताया कि बच्चे कई बार ढ़ुड़ी के बल गिरते है जिसके कारण नीचे के जबड़े और ऊपर के जबड़े का जोड़( कान के नीचे होता है) में टेम्परो मैडिवलर ज्वाइंट एंकलाइलोसिस हो जाता है। जोड़ के टूटने के बाद उसमें हड्डी बढ़ जाती है। इससे यह परेशानी हो जाती है। सर्जरी के बाद बच्चों को जबड़े की एक्ससाइज करानी पड़ती है इसके लिए उन्होंने जबड़े का एक्साइजर भी विकसित किया है। 


.प्रियंका जैसा चाहिए होंठ

प्रिंयका जैसा होंठ बना दीजीए ... प्लास्टिक सर्जन के पास आने वाली लड़कियां आजकल यही डिमांड कर रही है। डाक्टर कहते है कि सर्जरी करनी पड़ेगी। समय और पैसा लगेगा तो कहती है कोई बात नहीं सब कुछ 10 से 15 दिनों में हो जाएगा न आप सर्जरी प्लान करिए।  सुंदरता निखारने के लिए सर्जरी के लिए आने वाले महिलाओं . लड़कियों और लड़को की संख्या में चार गुनी बढ़ी है। प्लास्टिक सर्जरी का विस्तार और सर्जरी का खर्च भी कम हुआ है। सर्जन के पास नाक , होंठ, स्तन की बनावट , चहरे की झुर्री, झांई को दूर करने , प्रसव के पास पेट की चर्बी हटवाने, वजाइल सर्जरी के लिए महिलाएं और लड़कियां आती है। लड़के भी फेस की बनावट ठीक कराने के लिए आ रहे हैं। विशेषज्ञों ने बताया कि जिन लड़कियों के होंठ पतले है उसे मोटा कराने और नाक की बनावट ठीक कराने के लिए सर्जरी मांग बढ़ी है। लड़कों में हेयर ट्रांसप्लांट सर्जरी की मांग बढ़ी है। 


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