रविवार, 7 जनवरी 2018

नर्सेज के कैडर पुनर्गठन में गड़बडी पर पीजीआई प्रशासन ने मांगा समय

नर्सेज के कैडर पुनर्गठन  में गड़बडी पर पीजीआई प्रशासन ने मांगा समय

पदों के अनुपात में गडबडी को ठीक करने की मांग
 संयुक्त निदेशक प्रशासन और मुख्य चिकित्सा अधीक्षक  ने दिया अाश्वासन
जागरणसंवाददाता। लखनऊ

कर्मचारी महासंघ पीजीआइ की अध्यक्ष सावित्री सिंह , सलाहकार अजय कुमार सिंह , एसपी राय  , महामंत्री एसपी यादव  ने नर्सेज के कैडर पुनर्गठन में कमी पर सावल खडा किया था जिस पर शनिवार को संयुक्त निदेशक प्रशासन प्रो. उत्तम सिंह , मुख्य चिकित्सा अधीक्षक प्रो.अमित अग्रवाल ने बुलाकर पूरी बात सुनने के बाद  समय मांगा है । 
कर्मचारी नेताअों का कहना है कि कमियों को संस्थान प्रशासन ने स्वीकार कर लिया है। संस्थान में कुल नर्सेज की संख्या  1114  है। अनुपात में  गडबडी के कारण इंट्री लेवल नर्सिग ग्रेड टू के पद अधिक है लेकिन अागे प्रमोशनल पदों की संख्या कम हो गयी है।  उच्च पद  नर्सिग अाफीसर, असिस्टेंट नर्सिग सुपरिनटेंडेट, नर्सिग सुपरिनटेंडेंट के पदों की संख्या कम हो गयी है। 1114 की संख्या पर गणना के अनुसार  एएनएस की 153 है जबकि 186 होना चाहिए। सिस्टर ग्रेड वन का पद 235 रखा है जबकि 351 होना चाहिए। नर्सिग सुपरिनटेंड का पद 6 दिया जबकि नौ होना चाहिए। इंट्री लेवल ( नर्सेज ग्रेड टू) पर पदों की संख्या के अाधार पर उच्च पदों की संख्या तय की जाती है। कैडर रिसटचरिंग में अनुपात 2008 के अाधार पर रखा गया है उस समय कुल नर्सेज की संख्या 745 थी अब 1114 नर्सेज की संख्या है जिसके अाधार पर उच्च पदों की संख्या होनी चाहिए।  एनएसए पीजीआई के पदाधिकारी सुजान सिंह, सीमा शुक्ला ने भी पुनर्गठन पर सवाल खडा किया था।  नर्सेज के अलावा अन्य संवर्ग की भी एनामली को अधिकायों ने सुनने के बाद कहा है कि सभी के साथ न्याय होगा। 

संविदा कर्मचारियों ने किया मिलन समारोह
संस्थान के आउट सोर्सिग  कर्मचारियों ने नव वर्ष पर मिलन समारोह का आायोजन किया जिसमें टेक्निकल, डाटा इंट्री, पेशेंट हेल्पर सहित  कई पदों पर काम कर रहें कर्मचारियों ने कहा कि इससे अापस में परिचय होता है और एकता को बल मिलता है। समारोह में कई संस्थान के कर्मचारी नेता भी मौजूद थे।

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