रविवार, 21 जनवरी 2018

बेसिक लाइफ सपोर्ट से बच सकता है 70 फीसदी बच्चों का जीवन

बच्चों का जीवन बचाने के लिए पीजीआई सिखाया सीपीअार
बेसिक लाइफ सपोर्ट से बच सकता है 70  फीसदी बच्चों का जीवन

पहले था एबीसी लेकिन सीएबी का मंत्र जीवन बचाने में कारगर



पानी में डूबने, संक्रमण, कंरट लगने , दिल की बीमारी होने, सिर पर चोट लगने जैसी स्थितियों में कई बार बच्चे की सांस उखड़ने लगती है जिससे उसकी मौत भी हो सकती है । सही समय पर सही लाइफ सपोर्ट दे कर 75 से 80 फीसदी बच्चों को बचाया जा सकता है। संजय गांधी पीजीआई में बेसिक लाइफ सपोर्ट पर अायोजित वर्कशाप में संस्थान की बाल रोग विशेषज्ञ डा. पियाली भट्टाचार्य और इंडियन एकेडमी अाफ पिडियाट्रिक के जोनल कोआार्डीनेटर डा. अनंत केलकर ने बताया कि पहले बेसिक लाइफ सपोर्ट में एबीसी( एयर वे, ब्रीथिंग और कंप्रेशन ) का नियम था लेकिन अब सीएबी( कंप्रेशन, ब्रीथिंग और एयर वे ) हो गया है। गंभीर रूप से बीमार बच्चा जब भी अाए तो बाल रोग विशेषज्ञ को तुरंत उसके हार्ट को चलाने के लिए सही तरीके सीने का कंप्रेशन करना चाहिए । इसके बाद सांस की सामान्य करना चाहिए फिर एयर वे ( श्वसन तंत्र) की रूकावट को दूर करना चाहिए । विशेषज्ञों ने बताया कि हम लोग बाल रोग विशेषज्ञों को बेसिक लाइफ सपोर्ट के बारे में अान हैड ट्रेनिंग देेते है क्योंकि पढाई के दौरान इसकी प्रैक्टिस नहीं होती है। समय -समय पर नए अपडेट भी आते रहते है। ट्रेनिंग के दौरान ट्रेनर को भी ट्रेनिंग देते है। वर्कशाप में मध्य प्रदेश, छत्तीस गढ़ , अांध्र प्रदेश और यूपी से चालिस बाल रोग विशेषज्ञों को जीवन बचाने का हुनर सिखाया गया। 

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